दोआबा वारियर्स सुरखपुर की टीम ने जीता कबड्डी मैच
गांव रोडमाजरा चक्कलां में बाबा गाजीदास क्लब द्वारा करवाए गए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वार्षिक खेल मेला इस बार किसानी संघर्ष में जान गंवाने वालों को समर्पित किया गया।
जागरण संवाददाता, रूपनगर : गांव रोडमाजरा चक्कलां में बाबा गाजीदास क्लब द्वारा करवाए गए एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वार्षिक खेल मेला इस बार किसानी संघर्ष में जान गंवाने वालों को समर्पित किया गया। पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल, किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल, हरिदर सिंह लक्खेवाल, समाजसेवी डा.हरमिदर कौर, हास्य कलाकार गुरप्रीत घुग्गी, पम्मी बई, हरमोहन सिंह संधू और प्रभआसरा कुराली के शमशेर सिंह, मोहाली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के सदस्य शामिल हुए। मोहाली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन की तरफ से 11 सोने के सिक्के और एक लाख रुपये की योगदान दिया गया। इस मौके पर नरिदर सिंह कंग, सरपंच बिट्टू बाजवा, जैलदार सतविदर सिंह चैड़ियां, कुलवंत सिंह धर्मपुरी, मेजर सिंह रोडमाजरा, जय सिंह रोडमाजरा, जै सिंह चक्कलां, नरिदर सिंह मावी, कुलविदर सिंह सरपंच और खेल प्रेमी मौजूद थे। माता पंजाब कौर अकादमी नंगल अंबीया बनी उपविजेता
बाबा गाजी दास क्लब के प्रधान दविदर सिंह बाजवा ने बताया कि पहले स्थान पर रहने वाली कबड्डी की दोआबा वरियर्स सुरखपुर टीम विजेता रही और उसने माता पंजाब कौर अकादमी नंगल अंबीया को हराकर 2 लाख रुपये का पुरस्कार जीता। उप विजेता टीम को 1.5 लाख रुपये इनाम दिया गया। बेस्ट रेडर रवि दियोरा और बेस्ट जाफी सुरखरिये और जोधा सुरखपुर ने पांच पांच जाफियां 50-50 हजार रुपये का इनाम जीता। रस्साकशी में बुर्जदोना की टीम ने पाया पहला स्थान
खेल मेले में पंजाब भर से आई चार रस्साकशी की टीमों के मुकाबले में बुर्जदोना की टीम ने पहला इनाम जीता। विजेता टीम को 31 हजार रुपये दिए गए। दूसरे स्थान पर रहने वाली शंकर जालंधर टीम को 20 हजार रुपये पुरस्कार स्वरूप दिए गए।
केंद्र को वापस लेने होंगे कानून : राजेवाल
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि बाबा गाजीदास क्लब ने किसानी संघर्ष में शहीद हुए किसानों के परिवारों का सम्मान करके एक अच्छी रिवायत डाली है। इसके लिए क्लब के प्रधान दविदर सिंह बाजवा और समूह सदस्य बधाई के पात्र हैं। केंद्रीय मंत्रियों के साथ पहली चार बैठकों के दौरान ही वह स्पष्ट कर चुके हैं कि इन तीनों कानून गलत बनाए गए हैं और किसानों के हित में नहीं है। इसलिए ये तीनों कानून वापस लिए जाएं।