Move to Jagran APP

सेंट सोल्जर स्कूल में विद्यादायिनी मा सरस्वती से की ज्ञान प्राप्ति की कामना

विद्यादायिनी व संगीत की देवी मा सरस्वती की पूजा अर्चना कर मंगलवार को सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल में ज्ञान प्राप्ति के लिए कामना की गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Feb 2021 10:35 PM (IST)Updated: Tue, 16 Feb 2021 10:35 PM (IST)
सेंट सोल्जर स्कूल में विद्यादायिनी मा सरस्वती से की ज्ञान प्राप्ति की कामना
सेंट सोल्जर स्कूल में विद्यादायिनी मा सरस्वती से की ज्ञान प्राप्ति की कामना

जागरण संवाददाता, नंगल: विद्यादायिनी व संगीत की देवी मा सरस्वती की पूजा अर्चना कर मंगलवार को सेंट सोल्जर डिवाइन पब्लिक स्कूल में ज्ञान प्राप्ति के लिए कामना की गई। स्कूल के डायरेक्टर वाइपी कौशल तथा प्रिंसिपल निर्मल वासुदेवा के साथ अन्य स्टाफ सदस्यों ने मा सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर कहा कि मा की अपार कृपा से ही सभी ज्ञान की प्राप्ति करके अपने जीवन को धन्य बना सकते हैं। वाइपी कौशल ने कहा कि मा सरस्वती की कृपा से ही हम जीवन में सही निर्णय लेने के लिए सक्षम बनते हैं। इसलिए हर साल स्कूल में बुद्धि, ज्ञान व विवेक को बढ़ाने वाली मा की पूजा अर्चना की जाती है।

loksabha election banner

इस कार्यक्रम में अध्यापिका रीना बंसल, मोनिका कौशल, अनीता बस्सी, अर्चना देवी व सोनिका आदि ने भी मा के समक्ष पुष्प अर्पित करके जीवन में ज्ञान की प्राप्ति तथा विद्या के प्रचार प्रसार में शक्ति प्राप्त करने के लिए माथा टेका। आर्य समाज मंदिर में भक्तों ने यज्ञ में डालीं आहुतिया जागरण संवाददाता, नंगल: ज्ञान की देवी तथा मानव जीवन को सुख समृद्धि के साथ सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करने वाली मा सरस्वती की पूजा अर्चना कर आर्य समाज मंदिर नंगल में विश्व कल्याण के लिए कामना की गई। इस मौके पर भारत विकास परिषद के क्षेत्रीय सचिव इंजी. केके सूद, वरिष्ठ कार्यकर्ता अमरनाथ शर्मा, भारत विकास परिषद के अध्यक्ष डा. ज्ञानेंद्र जैरथ, जरनैल सिंह, मुनी लाल आदि ने हवन यज्ञ कर मा सरस्वती से लोक कल्याण की कामना की। सभी ने बताया कि अमावस के पाचवें दिन मनाए जाने वाले वसंत पंचमी सर्दी के मौसम समाप्त व मौसम में नई ऊर्जा के संचार का प्रतीक है। साथ ही यह दिन वीर हकीकत राय एवं सती हो जाने वाली उनकी धर्म पत्‍‌नी लक्ष्मी देवी को स्मरण करने के लिए भी मनाया जाता है धर्म परिवर्तन की जगह इसी दिन बलिदान देना स्वीकार किया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.