मानसून से पहले ही रूपनगर-चमकौर साहिब रोड धंसी
रूपनगर में मानसून अभी तक यौवन पर भी नहीं आया है कि शहर की सड़कें हादसों को दावत देने लगी हैं।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर में मानसून अभी तक यौवन पर भी नहीं आया है कि शहर की सड़कें हादसों को दावत देने लगी हैं। बीती रात रूपनगर शहर को चमकौर साहिब से जोड़ने वाली एवं सरहिद नहर से सटी अति व्यस्त सड़क एमवीआइ के दफ्तर के पास धंस गई तथा वहां गहरा गड्ढा बन गया। क्योंकि सड़क देर रात धंसी इसलिए किसी को पता नहीं चल सका। सड़क के धंसने का उस वक्त पता चला जब इस सड़क से होकर गुजरते एक मोटरसाइकिल सवार गहरे गड्ढे में गिर गया।
मोटरसाइकिल सवार के गिरते ही आसपास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से निकाला जोकि खून से लथपथ था। घायल व्यक्ति की पहचान गांव पत्थर माजरा के रहने वाले कंवलजीत सिंह के रूप में हुई है जोकि मिस्त्री का काम करता है व रात को काम से घर की तरफ लौट रहा था। गंभीर रूप से घायल कंवलजीत सिंह सिविल अस्पताल में उपचाराधीन है।
हर दो-तीन साल बाद धंस जाती है सड़क
एमवीआइ के दफ्तर के पास जहां बीता रात सड़क धंसी है ठीक उसी जगह सबसे पहले वर्ष 1988 में भी बड़ी दरार पड़ गई थी, जिसे पांच-छह माह के बीच भर दिया था लेकिन उसके बाद से हर दो-तीन साल बाद यह सड़क धंसती रहती है लेकिन विभाग ने इस समस्या का स्थाई समाधान आज तक नहीं किया। सड़क के धंसने के कारण पिछले सात साल के दौरान एक महिला सहित चार व्यक्ति अपनी जान गंवा चुके हैं जबकि पांच-छह लोग घायल भी हो चुके हैं। नाला बंद कर बनाई थी सड़क, पानी की निकासी नहीं कर सका विभाग
सरहिद नहर से सटी यह सड़क धार्मिक नगरी चमकौर साहिब को जोड़ती है जबकि इसी सड़क पर साहिबजादा अजीत सिंह अकेडमी भी पड़ती है जिसके चलते इस सड़क पर ट्रैफिक बहुत रहता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यहां तीन-चार दशक पहले एक बरसाती नाला हुआ करता था जिले बंद कर सड़क तो बना दी लेकिन सरहिद नहर तक होने वाली पानी की निकासी का कोई प्रबंध नहीं किया गया। स्थानीय संदीप जोशी का कहना है कि जब तक यहां पानी की निकासी के लिए पुलिया नहीं बनाई जाएगी उस वक्त तक सड़क का धंसना बंद नहीं हो सकता। टोल कंपनी को एनओसी के लिए लिखा
लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन विशाल गुप्ता ने कहा कि टोल मार्ग रूपनगर-चमकौर साहिब पर एमवीआइ दफ्तर के पास जहां सड़क धंसती है वहां पुलिया बनाने की जरूरत है जिसके लिए प्रोजेक्ट बनाते हुए टोल कंपनी को भेजा गया था। उन्होंने बताया कि टोल कंपनी ने पुलिया बनाने के लिए 85 लाख रुपये का एस्टीमेट दिया जबकि लोक निर्माण विभाग ने इस पुलिया को बनाने के लिए 45 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाया था। उन्होंने बताया कि अब टोल कंपनी को एनओसी के लिए लिखा गया है जिसके मिलते ही यहां पुलिया का निर्माण करवा दिया जाएगा।