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पर्यावरण के लिए जितना भी काम करें वो सुकून और अपना समझकर करें

पर्यावरण को हरा भरा बनाने के लिए सरकार और समाजसेवी संस्थाएं दावे तो बहुत करती हैं ।

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jul 2020 01:07 AM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:06 AM (IST)
पर्यावरण के लिए जितना भी काम करें वो सुकून और अपना समझकर करें
पर्यावरण के लिए जितना भी काम करें वो सुकून और अपना समझकर करें

अजय अग्निहोत्री, रूपनगर

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पर्यावरण को हरा भरा बनाने के लिए सरकार और समाजसेवी संस्थाएं दावे तो बहुत करती हैं लेकिन जमीनी स्तर पर उस संजीदगी से काम नहीं होता जिसके जरिये अपने शहर को हम नमूने का शहर बना सके। ऐसा काम हो जो दूसरों के लिए प्रेरणा बने। दैनिक जागरण ने पर्यावरण के प्रहरियों से बातचीत करके जाना कि कैसे पर्यावरण को हरा भरा बनाए रखने के लिए काम किया जाए। जिससे नतीजे 100 फीसद सकारात्मक हो। सुकून हासिल करने के लिए लगाएं पौधे: डॉ.बीपीएस परमार

रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान डॉ.बीपीएस परमार कहते हैं कि पौधरोपण अभियान का काम ऐसा होना चाहिए। जिससे एक व्यक्ति पर भार न आए। सामुदायिक योगदान जरूरी है। एक बार पौधा लगाकर छोड़ देने वाली संस्थाएं तो पौधरोपण न ही करे तो बेहतर है। हां, अगर पर्यावरण के लिए काम करने की इच्छा है तो धुन का पक्का होना जरूरी है। रोटरी क्लब में उनके कई साथी हैं जो पौधरोपण को बोझ समझकर नहीं बल्कि अपने सुकून के लिए करते हैं। रोटेरियन एवं सुपरिटेंडेंट इंजीनियर तेजपाल सिंह और रोटरी क्लब के सचिव सुधीर शर्मा बिना किसी प्रचार के पौधे लगाने और उनको बाद में पानी देने और संभालने में काफी समय देते हैं। पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में जो पौधरोपण किया जाता है उसमें कुछ अलग किया जाए। हरेक पौधा एक बच्चे के नाम पर लगाया जाए और वही बच्चा उस पौधे को अपना समझते हुए पानी दे और उसकी देखरेख करे। या फिर ऐसी सोसाइटी या इलाके के संबंधित लोगों को पौधे को पानी देने और संभालने की जिम्मेदारी दी जाए।

पौधे बेशक कम लगाएं पर उसका रखें ध्यान: गुरविदर घनौली

वातावरण संभा कमेटी घनौली के प्रधान गुरविदर सिंह घनौली कहते हैं कि पौधरोपण करके पौधों को बच्चों की तरह पालना पड़ता है। ये बेहद संयम का काम है। इसमें ये नहीं कि आप पौधे लगाते जाओ और भूल जाओ। इस तरह न तो पौधे तैयार हो पाएंगे न ही हमारा उद्देश्य कभी पूरा हो पाएगा। जरूरी ये है कि हम पौधे लगाएं और उन्हें पूरी देखरेख दें। पहले साल पौधे को रोजाना पानी चाहिए। फिर दूसरे साल बेशक दस दिन बाद पानी दिया जा सकता है। अदद पौधरोपण के लिए जून के अंतिम हफ्ते या जुलाई के पहले पौधे लगाने के लिए गड्ढे खोद लेने चाहिए। गड्डे में खाद डाल देनी चाहिए। बरसात की पहली बारिश होने के बाद पौधा लगाना चाहिए। इस तरह पौधे अच्छी तरह पनप पाते हैं। बेशक पौधे ज्यादा संख्या में न लगाए जाएं लेकिन देखभाल पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।


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