किशोर अवस्था में गलत व अधूरी जानकारी साबित हो सकती है घातक : डॉ. राजिदर कुमार
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोर शिक्षा पर ब्लॉक स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
संवाद सहयोगी, रूपनगर : रूपनगर के साथ लगते गांव बहरामपुर जिमीदारी के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोर शिक्षा पर ब्लॉक स्तरीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया।
सिविल सर्जन डॉ. एचएन शर्मा के दिशा निर्देशों पर लगाई गई इस वर्कशॉप की अध्यक्षता कम्युनिटी हेल्थ सेंटर भरतगढ़ के सीनियर मेडिकल अफसर डॉ. राजिदर कुमार ने की। इस वर्कशॉप के दौरान डॉ. राजिदर कुमार सहित डॉ. संदीप हुंदल के अलावा स्टाफ नर्स हरप्रीत कौर, एएनएम कृपाल कौर व प्रिसिपल रूची ग्रोवर ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्हें किशोर अवस्था दौरान होने वाले बदलावों के बारे जागरूक किया।
वक्ताओं ने बताया कि 10 से 19 वर्ष तक के वर्ग को ही किशोर अवस्था कहा जाता है जोकि हर किसी की आयु का सबसे नाजुक पड़ाव माना जाता है। यही वो उमर है जिस दौरान हर किसी में शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक बदलाव होते हैं।
उन्होंने समझाया कि इस आयु की अवधि में गलत व अधूरी जानकारी खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए 10 से 19 साल तक के बच्चों को अपने इस पड़ाव में माता-पिता, शिक्षकों व डॉक्टरों से सही जानकारी हासिल करते हुए उनके द्वारा दी गई गाइडलाइन पर अमल भी करना चाहिए। उन्होंने समझाया कि किसी भी प्रकार की शारीरिक समस्या को छिपाना घातक साबित हो सकता है, इसलिए शारीरिक समस्या बारे अपने माता-पिता के माध्यम से किसी भी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लेनी चाहिए। उन्होंने सभी को संतुलित एवं पौष्टिक आहार लेने के साथ साथ व्यायाम करने की सलाह दी।
इस मौके विद्यार्थियों द्वारा पूछे सवालों के डाक्टरों ने जवाब भी दिए जबकि वर्कशॉप के दौरान छात्रा खुशप्रीत कौर व छात्रा अमनप्रीत कौर के द्वारा इस विषय पर अपने विचार भी रखे गए। विचार रखने वाली छात्राओं को गांव के सरपंच सतनाम सिंह ने इनाम वितरित करने के साथ साथ उन्हें नकद राशि देते हुए प्रोत्साहित भी किया। इस प्रोग्राम को सफल बनाने में स्वास्थ्य सुपरवाइजर विवेक कुमार सहित नवरीत कौर, प्रिस वर्मा, मनदीप सिंह व संजीव कुमार ने विशेष योगदान दिया।