आधा घंटा बारिश के बाद तालाब बन जाती शहर की सड़कें
रूपनगर शहर स्ट्रॉम वाटर सिस्टम न होने का दंश झेल रहा है।
जागरण संवाददाता, रूपनगर
रूपनगर शहर स्ट्रॉम वाटर सिस्टम न होने का दंश झेल रहा है। बरसात का पानी शहर की सड़कों पर तालाब की तरह बह रहा है। हालात ये हैं कि आधा घंटा बारिश के बाद बाजारों में से चलना आसान नहीं है। लोग नगर कौंसिल को कोस रहे हैं कि कौंसिल ने नालियां बंद करवा दी हैं और बरसाती पानी की निकासी के लिए कोई प्रबंध ही नहीं किया गया। शहर में केवल ज्ञानी जैल सिंह नगर में स्ट्रॉम वाटर सिस्टम है, लेकिन वो भी अच्छी तरह काम नहीं करता। ज्ञानी जैल सिंह नगर में भी बारिश के बाद बरसाती पानी से सड़कें तालाब बनी रहती हैं। उल्लेखनीय है कि हाल ही में सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग के दफ्तर के आगे नगर कौंसिल के प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़ ने पार्षदों को साथ लेकर शहर में सौ फीसद सीवरेज सिस्टम प्रोजेक्ट के तहत 58 लाख रुपये की राइजिग पाइप लाइन में घपले का अधिकारियों पर आरोप लगाया था। कहा था कि इस मामले में विजीलेंस जांच करवाई जाए। शहर में निचले इलाकों मल्होत्रा कॉलोनी, हरगोबिद नगर, लखविदरा एंक्लेव, गार्डन कॉलोनी आदि में बरसात के बाद आना- जाना मुश्किल हो जाता है। उल्लेखनीय है कि पिछली अकाली सरकार में शहर में स्ट्राम वाटर सिस्टम के लिए 14 करोड़ का एस्टीमेट सीवरेज एवं वाटर सप्लाई विभाग ने बनाया था, लेकिन वो तब पास नहीं हो पाया था, जबकि वो शहर की अहम जरूरत थी। बयानबाजी से कुछ होने वाला नहीं: वाही नगर कौंसिल रूपनगर के पूर्व प्रधान अशोक वाही ने कहा कि नगर कौंसिल प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़ जो विजीलेंस जांच की मांग कर चुके हैं, उसको वो अगर गंभीरता से लेते हैं, तो विजिलेंस को शपथ पत्र देते और कार्रवाई करवाते। केवल बयानबाजी से कुछ होने वाला नहीं है। वाही ने कहा कि जिस राइजिग पाइप लाइन की बात माक्कड़ कर रहे हैं ,वो उनकी सरकार के कार्यकाल में ही बनी थी। तब वो क्या कर रहे थे। शहर में सीवरेज व्यवस्था और नालियां बंद करके कौंसिल ने शहर का सत्यानाश कर दिया है। जांच तो माक्कड़ के कार्यकाल में हुए कामों की होनी ही चाहिए।
नालों को सीवरेज से नहीं जोड़ा गया: माक्कड़ नगर कौंसिल के प्रधान परमजीत सिंह माक्कड़ ने कहा कि शहर में लोगों के घरों के रसोई घर और शौचालय को ही सीवरेज में जोड़ा गया है। सीवरेज सिस्टम में बरसात का पानी नहीं डाला गया है। जो ये प्रचार कर रहे हैं वो गलत कर रहे हैं।