सिविल अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रही सुविधाएं
टैक्स के रूप में यदि सरकार को राजस्व मिल रहा है तो इसके बदले में प्रदेश की जनता को सुविधाएं मुहैया करवाना भी सरकार का फर्ज है।
संसू, बनूड़ : टैक्स के रूप में यदि सरकार को राजस्व मिल रहा है तो इसके बदले में प्रदेश की जनता को सुविधाएं मुहैया करवाना भी सरकार का फर्ज है। बनूड़ के सिविल अस्पताल को देखकर लगता है कि सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है। अस्पताल में यदि समय रहते मरीजों को पेश आने वाली समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो जल्द ही प्रदर्शन शुरू किया जाएगा। ये चेतावनी यूथ केसरी टीम के प्रधान जोरा सिंह ने दी।
टीम के सदस्यों ने आज इस संबंध में बैठक की। शहर भलाई मंच के कन्वीनर शैंटी थम्मन ने कहा कि अस्पताल में स्टाफ की कमी है। मरीजों को जरूरी दवाइयां नहीं मिल रही, आम टेस्ट तो हो रहे हैं लेकिन महंगे टेस्ट के लिए मरीजों को प्राइवेट लैबोरेटरियों में जाना पड़ रहा है। बैठक में शामिल किसान नेता सतनाम सिंह नंबरदार ने कहा कि आज के समय में सरकार से अपना हक लेने के लिए प्रदर्शन जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि यूथ केसरी टीम द्वारा उठाया गया मुद्दा समाजसेवा से जुड़ा है। सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आठ जनवरी को सेहत व परिवार भलाई विभाग के मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू सीएचसी बनूड़ पहुंचे थे। कोरोना वैक्सीन ड्राई रन के मौके पर सेहत मंत्री ने सीएचसी में नाइट इमरजेंसी की शुरू करने का दावा किया था। सेहत मंत्री ने मरीजों को मिलने वाली दवाएं, स्टाफ और टेस्टों के संबधी रिपोर्ट एसएमओ से मांगकर जल्दी सुविधाएं देने का वादा किया था। लेकिन आज तक इस संबंध में कुछ नहीं किया।