ऐतिहासिक किला मुबारक संवारने में लगे मजदूरों ने रोका काम
पटियाला किला मुबारक को पुराने अंदाज में फिर से संबार रहे मजदूरों के महीनों का वेतन रुकने के कारण घरों के चूल्हे ठंडे पड़े हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला : किला मुबारक को पुराने अंदाज में फिर से संबार रहे मजदूरों के महीनों का वेतन रुकने के कारण घरों के चूल्हे ठंडे पड़े हैं। मजदूरी का मेहनताना न मिलने पर आर्थिक तंगी से परेशान मजदूरों ने सोमवार को काम छोड़कर किला मुबारक में प्रदर्शन किया।
ऐतिहासिक किला मुबारक के सुंदरीकरण का काम एक बार फिर रुक गया है। वेतन न मिलने पर मजदूरों ने काम का बायकॉट करते हुए किले के अंदर प्रदर्शन किया। ठेकेदार ने जहां वेतन संबंधी कुछ भी बताने से इंकार कर दिया, वहीं मजदूरों ने वेतन मिलने पर ही काम करने का एलान किया। सोमवार को रोजाना की तरह मजदूर किला मुबारक में चल रहे सुंदरीकरण का काम करने के लिए पहुंचे, परंतु मजदूरी न मिलने के कारण काम का बायकॉट कर किले के अंदर ठेकेदार खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। मजदूरों ने बताया कि बीते तीन महीने से उनको वेतन नहीं मिला, जिस कारण उनके घरों गुजारा भी मुश्किल हो गया है। ..वेतन ना मिलने के कारण किया काम बंद
किला मुबारक में मरम्मत का काम करने वाले मनवीर सिंह ने बताया कि वह एक साल से जबकि अन्य मजदूर करीब पांच साल से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि ठेकेदार ने चार माह की मजदूरी नहीं दी है। हर महीने ठेकेदार की तरफ से बहाने लगाए जा रहे हैं, लेकिन सभी मजदूर काम के लालच में चार महीनों से बिना वेतन के काम कर रहे हैं। अब घर का गुजारा भी मुश्किल हो गया है जिसके चलते मजबूरन उन्हें प्रदर्शन करना पड़ा। कई सालों से काम कर रहे 1500 मजदूर
किला मुबारक में आठ ठेकेदार मरम्मत कार्य करवा रहे हैं। करीब 1500 मजदूर कई सालों से किला मुबारक को संवारने का काम कर रहे हैं। पहले भी कई बार मजदूरों को वेतन देने में देरी हो चुकी है, लेकिन इस बार लगातार तीन महीने वेतन नहीं मिला। जिस कारण आर्थिक तौर पर परेशान कई मजदूरों के घर का गुजारा चलना भी बंद हो गया।
(कोट्स)
ठेकेदार को नहीं जानकारी
दिलचस्प है कि 1500 मजदूरों के वेतन संबंधी ठेकेदारों को ही कोई जानकारी नहीं है। मजदूरों के वेतन संबंधी ठेकेदार बाबू राम ने कहा कि उन्हें इस संबंधी कोई जानकारी नहीं है। ज्यादा जानकारी धरना लगाने वाले ही दे सकते हैं। जबकि दूसरे ठेकेदार बाबू लाल ने कहा कि वह मजदूरों बारे कुछ नहीं जानते और न ही इस बारे कुछ बता सकते हैं।