केंद्रीय जेल में कैदियों को चमड़े के पट्टे से पीटने की वीडियो वायरल
केंद्रीय जेल पटियाला में कैदी को उलटा लिटाकर चमड़े के पट्टे से पीटने की दो वीडियो वायरल हुई हैं। एक वीडियो पांच जुलाई और दूसरी आठ अगस्त 2018 की बताई जा रही है।
जेएनएन, पटियाला। केंद्रीय जेल पटियाला में कैदी को उलटा लिटाकर चमड़े के पट्टे से पीटने की दो वीडियो वायरल हुई हैं। एक वीडियो पांच जुलाई और दूसरी आठ अगस्त 2018 की बताई जा रही है। कैदियों की पिटाई की वीडियो केंद्रीय जेल के एक कैदी ने ही बनाई हैं। दोनों वीडियो को बनाने की तारीखों का जिक्र करते हुए कैदी ने इन्हें सोशल मीडिया में शेयर कर दिया।
वीडियो वायरल होने के बाद जेल अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सुरक्षा के बावजूद जेल में मोबाइल पहुंचना, वीडियो बनाना और सोशल मीडिया में शेयर करने से जेल के सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल खड़े हो गए हैं। जेल अधिकारी वीडियो को बनाने और सोशल मीडिया में शेयर करने के मामले को पहले से प्लान बता रहे हैं।
पहली वीडियो : जेल प्रशासन पर लगाया पैसे लेने का आरोप
वीडियो में कुछ लोग एक व्यक्ति को घेरे हुए खड़े हैं। उसके पास जेल मुलाजिम खड़े हैं। व्यक्ति को सीमेंट के बने थड़े पर उलटा लिटाया गया है और एक अन्य व्यक्ति उसे चमड़े के पट्टे से पीट रहा है। वीडियो बनाते समय कैदी बोल रहा है कि जेल अधिकारी जेल के अंदर कैदियों से पैसे मांगते हैं। पैसे न देने वाले की पिटाई की जाती है। पिटाई से बचने के लिए जेल अधिकारियों को पैसे देने पड़ते हैं। जेल सुपरिंटेंडेंट और डिप्टी सुपरिटेंडेंट से लेकर मुंशी तक इसमें शामिल बताया गया है।
दूसरी वीडियो : घोड़ा नाम से मशहूर मुलाजिम को बताया भ्रष्ट
जुलाई महीने में जेल के अंदर की बनाई इस वीडियो में बाइक सवार को जाते दिखाया गया है। यह बाइक सवार जेल में घोड़ा नाम से मशहूर मुलाजिम बोला गया है, जो कैदियों से अमानवीय व्यवहार करता है। जेल के अंदर अपनी मनमर्जी चलाते हुए कैदियों से मारपीट करता है। हैरानी की बात यह है कि कैदी ने जिस मोबाइल से वीडियो बनाई है वह कैमरा भी जेल मुलाजिमों ने दस हजार रुपये में दिलाया था। एक महीने तक मोबाइल फोन जेल के अंदर छिपाकर रखा गया था।
कैदियों ने प्लान करके बनाई वीडियो : जेल सुपरिटेंडेंट
केंद्रीय जेल पटियाला के सुपरिंटेंडेंट राजन कपूर का कहना है कि उन्होंने वीडियो देखी है। शातिर कैदियों ने प्लान करके वीडियो बनाई है। वीडियो बनाने वाले कैदियों की पहचान कर उन्हें नाभा जेल में शिफ्ट कर दिया है। यह कैदी अपने धर्म के नाम पर जेल में मनमर्जी चलाना चाहते थे। इन्हें नशीली गोलियों के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है।