विभिन्न इलाकों में जहरीली वस्तु निगलने से युवक-युवती की मौत
शहर के विभिन्न इलाकों में जहरीली वस्तु पीने से एक युवक व एक युवत की मौत हो गई। गलती से जहरीली वस्तु पीने केकारण इन लोगों को रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया था लेकिन यहां पर इलाजके दौरान इनलोगों की मौत हो गई। पहला मामला थाना सनौर के अंतगर्त आते गांव गांव बत्ती का है। यहां पर एक बीमार युवक ने दवाई की जगह जहरीली वस्तु पी ली, जिस वजह से उसे रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया था। यहां पर शनिवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान दिलप्रीत ¨सह शर्मा (19) निवासी गांव बत्ती, सनौर के रूप में हुई है । मृतक के पिता लख¨वदर ¨सह ने बताया कि उनका बेटा कई दिनों से पेट की बीमारी का शिकार था । जिसकी दवाई वह रोजाना पीता था लेकिन शुक्रवार को गलती से उसने दवाई की बजाय कोई जहरीली वस्तु पी ली थी।
जागरण संवाददाता, पटियाला : शहर के विभिन्न इलाकों में जहरीली वस्तु पीने से एक युवक व एक युवती की मौत हो गई। गलती से जहरीली वस्तु पीने के कारण इन लोगों को रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया था लेकिन यहां पर इलाज के दौरान इन लोगों की मौत हो गई।
पहला मामला थाना सनौर के अंतर्गत आते गांव-गांव बत्ती का है। यहां पर एक बीमार युवक ने दवाई की जगह जहरीली वस्तु पी ली, जिस वजह से उसे रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया था। यहां पर शनिवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान दिलप्रीत ¨सह शर्मा (19) निवासी गांव बत्ती, सनौर के रूप में हुई है । मृतक के पिता लख¨वदर ¨सह ने बताया कि उनका बेटा कई दिनों से पेट की बीमारी का शिकार था । जिसकी दवाई वह रोजाना पीता था लेकिन शुक्रवार को गलती से उसने दवाई की बजाय कोई जहरीली वस्तु पी ली थी। थाना सनौर के एएसआइ सुरजन ¨सह ने मृतक दिलप्रीत ¨सह के पिता लख¨वदर ¨सह के बयान पर 174 की कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया।
खेतों में काम कर रही युवती ने गलती से कीटनाशक पी
चौकी बलबेड़ा के अंतगर्त आते गांव मरदांहेड़़ी में खेतों में काम कर रही एक युवती ने गलती से कीटनाशक दवा पी ली। घटना बीते मंगलवार की है और युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतका की पहचान गांव मर्दांहेड़ी निवासी प्रीती कौर (18 साल) के रूप में हुई है। मृतका के पिता निर्मल ¨सह ने बताया कि प्रीति मंगलवार अपनी सहेलियों के साथ खेत में काम कर रही थी। दोपहर के समय प्यास लगने पर वह खेतों में बने ट्यूबवेल वाले कमरे में गई। यहां पर कीटनाशक दवा का डिब्बा पड़ा था। इस डिब्बे से प्रीति ने ट्यूबवेल का पानी पीया तो पानी के साथ उसके अंदर कीटनाशक दवा चली गई। बाद में प्रीति की हालत खराब होने पर अस्पताल में दाखिल करवाया लेकिन तीन दिन तक इलाज चलने के बाद उसने दम तोड़ दिया। चौकी बलबेड़ा की पुलिस ने इस संबंध में 174 की कार्रवाई कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिवार वालों को सौंप दिया।