न मिला इंसाफ, न नौकरी न ही आर्थिक मदद
गांव खेड़ी गंडिया के दो सगे भाई जश्नदीप और हशनदीप के शव भाखड़ा से मिले थे।
संस, राजपुरा (पटियाला) : गांव खेड़ी गंडिया के दो सगे भाई जश्नदीप (12) व हशनदीप (8) के शव भाखड़ा नहर से मिले थे। उक्त बच्चों की अंतिम अरदास व भोग पर विशेष तौर पर पहुंची सांसद पटियाला परनीत कौर व विधायक मदन लाल जलालपुर द्वारा परिवार को सरकार से आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिलाने व कातिलों को ढूंढ निकालने की बात की थी। उक्त घोषणा के लगभग ढाई महीने बीतने तथा कई बार सांसद व विधायक को मिलने के बाद भी परिवार को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला जिससे पीड़ित परिवार व गांव के लोगों में सरकार के प्रति काफी निराशा है। गांव खेड़ी गंडिया वासी पीड़ित परिवार के मुखी दीदार सिंह ने नजदीकी गांवों के सरपचों व पचों के हस्ताक्षर की कॉपी सांसद परनीत कौर व विधायक मदन लाल को भेजने की बात करते बताया कि उक्त नेताओं ने 14 अगस्त को गुरुद्वारा में हुए भोग के अवसर पर घोषणा की थी कि पीड़ित परिवार को 1 सितंबर तक सरकार की ओर से आर्थिक सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा बच्चों के कातिलों को जल्द ढूंढने का विश्वास भी दिलाया था पर आज तक किसी भी वादे को पूरा नहीं किया। उक्त नेताओं को मिलने के बाद भी कोई वादा तो पूरा क्या करना, बच्चों के मौत के सर्टिफिकेट तक जारी नहीं किए जा रहे। प्रशासन के उच्चाधिकारियों को भेजी शिकायत की कॉपी के बारे में बताया कि उक्त वादे पूरे करने की बजाय परेशान किया जा रहा है जिससे जानी व माली नुकसान हो सकता है।
अपनी ओर से कर चुका हूं मदद : विधायक मदन लाल
इस संबंध में जब विधायक मदन लाल जलालपुर से बात की तो उन्होंने बताया कि परिवार को पहले भी मैंने अपनी ओर से आर्थिक मदद की है और सरकार की ओर से भी आर्थिक मदद दिलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही परिवार के एक सदस्य को योग्यता के आधार पर नौकरी दिलवाई जाएगी, इसकी प्रक्रिया चल रही है।