शंभू बैरियर पर अध्यापक बिना सुरक्षा उपकरणों से निभा रहे ड्यूटी
पटियाला पंजाब-हरियाणा इंटरस्टेट बॉर्डर शंभू पर दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों का डाटा रिकॉर्ड करने के लिए ड्यूटी निभा रहे कर्मचारियों को प्रशासन ने कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया ना करवाने के कारण डर-डर कर ड्यूटी कर रहे है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाब-हरियाणा इंटरस्टेट बॉर्डर शंभू पर दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों का डाटा रिकॉर्ड करने के लिए ड्यूटी निभा रहे कर्मचारियों को प्रशासन ने कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया ना करवाने के कारण डर-डर कर ड्यूटी कर रहे है। कर्मचारियों का आरोप है कि जिला प्रशासन द्वारा उन्हें कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया नहीं करवाया जा रहा। इस सामान में मास्क, फेस शील्ड और ग्लव्स शामिल हैं।
शंभू बैरियर पर ड्यूटी कर रहे अध्यापकों को जिला प्रशासन ने केवल सैनिटाइजर ही मुहैया करवाया है, जबकि मास्क नहीं मिलने के कारण ज्यादातर अध्यापक मुंह पर रूमाल बांधकर ड्यूटी कर रहे हैं।
शिक्षा सचिव ने अध्यापकों की ड्यूटी नहीं लगाने के लिए प्रशासन को लिखा था पत्र
शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार ने जिला प्रशासन को कोविड-19 के लिए अध्यापकों की ड्यूटी नहीं लगाने संबंधी पत्र जारी कर चुके हैं। सचिव ने जारी पत्र में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न होने के मकसद से कोविड के लिए केवल नॉन टीचिग और वोकेशनल विषय से संबंधित स्टाफ की ड्यूटी लगाने संबंधी डीसी को लिखा था, बावजूद इसके अध्यापकों की ड्यूटियां लगाई जा रही हैं। मृतक अध्यापक को कोरोना वॉरियर मान परिवार को हरसंभव सहायता दी जाए : अतिदपाल
डीटीएफ के उपप्रधान विक्रमदेव सिंह और जिला प्रधान अतिदर घग्गा ने कहा कि शंभू बार्डर पर ड्यूटी करने वाले एक अध्यापक की मौत वीरवार को हुई है। उन्होंने कहा कि मृतक अध्यापक को कोरोना वॉरियर मानते हुए हरसंभव सहायता मुहैया करवाई जाए। इसके तहत एक्सग्रेशिया समेत परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने के साथ-साथ वहां ड्यूटी कर रहे अध्यापकों को कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सामान मुहैया करवाया जाए, ताकि अध्यापक कोरोना से अपना बचाव कर सकें।