छात्रों को मिली इंसाफ मांगने की सजा, रिमट यूनिवर्सिटी ने 16 छात्रों को हॉस्टल से निकाला
मंडी गोबिंदगढ़ की रिमट यूनिवर्सिटी में 27 नवंबर की रात को सिविल इंजीनियरिग प्रथम वर्ष के छात्र हेमंत मंडल निवासी नेपाल की आईईटी हॉस्टल
धरमिंदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब : मंडी गोबिंदगढ़ की रिमट यूनिवर्सिटी में 27 नवंबर की रात को सिविल इंजीनियरिग प्रथम वर्ष के छात्र हेमंत मंडल निवासी नेपाल की आईईटी हॉस्टल की तीसरी मंजिल पर कमरा नंबर ए-169 में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद यूनिवर्सिटी के अन्य छात्रों ने इंसाफ के लिए रोष प्रदर्शन किया था। इस दौरान गुस्साए छात्रों ने यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ भी की थी।
अब यूनिवर्सिटी ने इंसाफ मांग रहे सैकड़ों छात्रों में से 16 छात्रों को निशाना बनाते हुए इन्हें हॉस्टल से निकालने का फैसला लिया है। नेपाल, जम्मू-कश्मीर, बिहार व महाराष्ट्र राज्यों से संबंधित 16 छात्रों को बिना किसी देरी के हॉस्टल खाली करने का फरमान जारी किया गया है। इन 16 विद्यार्थियों में तीन छात्राएं भी हैं।
इन दिनों सर्दी का मौसम है और यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं भी चल रही हैं। इन हालातों में यूनिवर्सिटी द्वारा निकाले गए 16 विद्यार्थियों को किराए पर कमरे ढूंढने के लिए आसपास भटकना पड़ रहा है। विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के पास कोई उचित कमरा नहीं मिल रहा है, जहां वे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें।
हॉस्टल से निकाली गईं तीन छात्राओं के अभिभावक भी बुधवार को सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके यूनिवर्सिटी पहुंचे। अभिभावकों ने प्रबंधन से निवेदन किया कि उनके बच्चों के साथ ऐसा न किया जाए और अन्य छात्रों की तरह उन्हें भी गलती सुधारने का मौका दिया जाए। लेकिन प्रबंधन ने अभिभावकों की भावनाओं की कोई कदर नहीं की।
उधर, यूनिवर्सिटी के इस फरमान के जारी होने के बाद छात्रों में एक बार फिर से यूनिवर्सिटी के खिलाफ अंदरखाते रोष पनप रहा है। लेकिन छात्र परीक्षाओं और भविष्य में नुकसान के डर से फिलहाल चुप हैं। ज्यादातर कश्मीरी छात्रों को बनाया निशाना
हेमंत की मौत के बाद उग्र रूप दिखाने वाले विद्यार्थियों को भविष्य में किसी अप्रिय घटना पर भड़कने से रोकने के मकसद से यूनिवर्सिटी ने यह फरमान जारी किया है। यूनिवर्सिटी ने कश्मीर के सात, नेपाल और बिहार के तीन-तीन छात्रों को हॉस्टल से निकालने का फरमान जारी किया। बाकी की तीन छात्राएं महाराष्ट्र की बताई जा रही हैं। एक सप्ताह बाद भी वार्डन की गिरफ्तारी नहीं
उधर, हेमंत की मौत के बाद प्रदर्शन कर रहे छात्रों को इंसाफ की आस बंधाने वाली जिला पुलिस एक सप्ताह में भी आरोपित वार्डन मोहन सिंह को गिरफ्तार नहीं कर सकी। वार्डन मोहन सिंह के खिलाफ 28 नवंबर को गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया गया था। लेकिन अब मामला शांत होने पर वार्डन की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस भी नरम नजर आ रही है। अभिभावकों को सबूत दिखाए हैं: वीसी अमरजीत
रिमट यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर वीसी अमरजीत सिंह चावला ने 16 छात्रों को हॉस्टल से निकालने की पुष्टि करते हुए कहा कि तोड़फोड़ की घटना की प्रारंभिक जांच में तीन छात्राएं बेरिकेट्स पार करतीं और पुलिस से बहस करती भी पाई गईं थी। जिस कारण उन्हें हॉस्टल से बाहर किया गया है। बाकी के 13 छात्रों को भी अनुशासन भंग करने व कानून को हाथ में लेने पर हॉस्टल में ठहरने की इजाजत इसलिए नहीं दे सकते कि उन्हें सबक सिखाया जा सके। वे चाहते तो सभी को दंड स्वरूप निष्कासित भी कर सकते थे। लेकिन उनके भविष्य का ध्यान रखा गया है। इस गलती को दोहराने पर यूनिवर्सिटी छात्रों को निष्कासित करने में गुरेज नहीं करेगी।