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पुरानी पालिसी तहत भरी जाए एससी विद्याथियों की फीस

शिअद के पूर्व विधायक जस्टिस निर्मल ¨सह ने कहा है कि एक और जहां पंजाब सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के वायदे कर रही है वहीं सरकार अनूसूचित जाति के बीएड के छात्रों का भविष्य दांव पर लगा रही है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 23 Jan 2019 11:54 PM (IST)Updated: Wed, 23 Jan 2019 11:54 PM (IST)
पुरानी पालिसी तहत भरी जाए एससी विद्याथियों की फीस
पुरानी पालिसी तहत भरी जाए एससी विद्याथियों की फीस

पुरानी पालिसी तहत भरी जाए एससी विद्याथियों की फीस

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न हल होने पर जाएंगे कोर्ट-जस्टिस निर्मल ¨सह

संवाद सहयोगी, सर¨हद: शिअद के पूर्व विधायक जस्टिस निर्मल ¨सह ने कहा है कि एक और जहां पंजाब सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के वायदे कर रही है वहीं सरकार अनूसूचित जाति के बीएड के छात्रों का भविष्य दांव पर लगा रही है। फतेहगढ़ साहिब में पहुंचे निर्मल ¨सह ने कहा कि पंजाब सरकार ने कुछ समय से एससी विद्यार्थियों की स्कालरशिप और फीस पालिसी को बदल दिया है और जिन बच्चों ने बीएड में दाखिला लिया हुआ है उनके अब तीन समेसटर क्लीयर हो गए हैं और कॉलेज की तरफ से उनके परीक्षा फार्म नहीं लिए जा रहे। कालेज विद्यार्थियों से परीक्षा फार्म के लिए 68 हजार रुपये प्रति विद्यार्थी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा की पूरे पंजाब में 8-9 लाख बच्चों का भविष्य स्कालरशिप जारी न होने से धुंधला हो रहा है। उन्होंने सरकार से मांग करते कहा कि जो पालिसी पहले थी उसके मुताबिक इन बच्चों की फीस भरी जाए और अगर इस समसया का हल न निकला तो अदालत का दरवाजा खटखटाया जाए। इस मौके पर जिला अध्यक्ष स्वर्ण ¨सह, बीसी ¨वग जिला अध्यक्ष मलकीत ¨सह मठाडू और तेजवीर ¨सह मौजूद थे।


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