Move to Jagran APP

जो सीएम से मिलवाएगा, उसके लिए करेंगे अरदास व हवन

अक्सर सुना होगा कि किसी को मिलवाने के लिए लोग पुरस्कार रखते हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 09:43 PM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 09:43 PM (IST)
जो सीएम से मिलवाएगा, उसके लिए करेंगे अरदास व हवन
जो सीएम से मिलवाएगा, उसके लिए करेंगे अरदास व हवन

जागरण संवाददाता, पटियाला : अक्सर सुना होगा कि किसी को मिलवाने के लिए लोग पुरस्कार रखते हैं। बेरोजगारों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह को मिलाने पर पुण्य कमाने का ऐलान किया है। बेरोजगारों ने ऐलान किया कि जो कोई भी पंजाब निवासी या कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री से मिलवाएगा उसके लिए सर्व शिक्षा अभियान, मिड-डे-मील दफ्तरी कर्मचारी गुरुद्वारा साहब में अरदास और मंदिर में हवन करवाएंगे। ताकि मिलवाने वाले को पुण्य मिले। इस मुहिम की शुरुआत 24 को अमृतसर में इकट्ठे होकर की जाएगी।

loksabha election banner

जानकारी देते हुए सर्व शिक्षा अभियान, मिड-डे-मील दफ्तरी कर्मचारी यूनियन पंजाब के नेता आशीष जुलाहा, प्रवीण शर्मा राजिदर सिंह संधा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के चार साल बीत गए हैं और चार साल से लगातार कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर सरकार के दरबार में बात रखते आ रहे हैं। नेताओं ने कहा कि दफ्तरी कर्मचारियों को पक्का करने के लिए वित्त विभाग की तरफ से 16 दिसंबर 2019 को स्वीकृति भी दी जा चुकी है, लेकिन सरकार मसले को लटका रही है। नेताओं ने कहा कि मुलाजिमों की तरफ से शिक्षा मंत्री विजयइंदर सिगला, कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ और मुख्य मंत्री के राजनैतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू तक पहुंच की है और वह दफ्तरी कर्मचारियों को पक्का करने के लिए एजी पंजाब अतुल नंदा से फाइल पास करवाने से इन्कार कर चुके हैं। नेताओं ने कहा कि दफ्तरी मुलाजिम लगातार मुख्यमंत्री को मिलने के लिए अपील कर रहे हैं, परंतु कोई मुलाकात नहीं करवा रहा है।

नेताओं ने कहा कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत काम करते तकरीबन नौ हजार अध्यापकों को पंजाब सरकार की तरफ से रेगुलर कर दिया गया था, जिसका जिक्र वित्त मंत्री पंजाब ने बजट स्पीच में जिक्र भी किया है। परंतु अध्यापकों के साथ काम करते तकरीबन 900 दफ्तरी कर्मचारी के साथ भेदभाव किया जा रहा है और पिछले 16 महीनों से फाइल एजी पंजाब के दफ्तर के चक्कर काट रही है। नेताओं ने कहा कि यदि सरकार का नौ हजार अध्यापकों को पक्का करने का फैसला सही है तो फिर दफ्तरी कर्मचारी की 16 महीनों से फाइल क्यों रोकी हुई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.