नियमों की उड़ रही धज्जियां, स्कूल में हो रही है बुक्स सेल
एजूकेशन डिपार्टमेंट स्कूलों की तरफ से पेरेंट्स की लूट रोकने के लिए नियम तो बना रहा है।
जेएनएन. बनूड़ (पटियाला) : एजूकेशन डिपार्टमेंट स्कूलों की तरफ से पेरेंट्स की लूट रोकने के लिए नियम तो बना रहा है, लेकिन अपने ही बनाए नियमों को न तो फॉलो कर रहा है और न ही नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कोई एक्शन ले रहा है। बनूड़ के अलांयस इंटरनेशनल स्कूल की तरफ से सरेआम स्कूल के अंदर ही पेरेंट्स को बुक्स सेल की जा रही है। स्कूल के जिन क्लास रूम्स में बच्चे बैठते हैं, उन क्लास रूम्स को देखने से लगता है जैसे बुक्स स्टेशनरी के गोदाम हो। पेरेंट्स का कहना है कि स्कूल की तरफ से प्राइवेट पब्लिशर्स की बुक्स को बच्चों के सिलेबस में लगाया जाता है। इन बुक्स को सेल करने के लिए हर नए सेशन में पेरेंट्स को स्कूल में बुलाया जाता है। पेरेंट्स का कहना है कि स्कूल मैनेजमेंट प्राइवेट बुक्स को स्कूल के भीतर से सेल कर पेरेंट्स का शोषण कर लाखों की चांदी कूट रही है। कोई भी अधिकारी स्कूल की इस कार्यवाही पर एक्शन नहीं ले रहा है।
स्टेशनरी भी जबरदस्ती थमाई जा रही
पेरेंटस का कहना है कि स्कूल की तरफ से महंगी बुक्स देने के साथ जबरदस्ती स्टेशनरी भी पेरेंट्स को थमाई जाती है। बड़ी बात है कि स्टेशनरी के पैसे तो ले लिए जाते है और सारा सामान स्कूल में ही जमा कर लिया जाता है। यह भी नहीं पता बच्चे इस सामान का इस्तेमाल करते भी है या नहीं।
-- शिक्षा मंत्री और एजूकेशन सेक्रेटरी को लिखा है कंपलेट लैटर
बाबा परवाना ने कहा कि उनके दो बच्चे अलांयस स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल की तरफ से की जा रही बुक्स से पेरेंट्स की लूट हो रही है। महंगी किताबें और स्टेशनरी दी जा रही है। इस मामले में शिक्षा मंत्री पंजाब और एजूकेश्न सेक्रेटरी को कंपलेंट दी गई है। यदि इस मामले में शनिवार तक एक्शन नहीं लिया जाता तो पेरेंट्स के साथ मिल कर संघर्ष किया जाएगा। स्कूल की तरफ से जो रसीदें पेरेंट्स को दी गई हैं, वह भी कंपलेंट में भेजी गई हैं।
-- पेरेंट्स की डिमांड
स्कूल में जो बुक्स सेल की जा रही है, वह पेरेंट्स को सुविधा दी गई है। स्कूल से ही बुक्स सेल करने के लिए पेरेंट्स ने ही हमारे पास डिमांड की है।
- अरुणा भारद्वाज, प्रिसिपल, अलायंस इंटरनेश्नल स्कूल
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स्कूल में नहीं कर सकते बुक्स सेल-
कोई भी स्कूल मैनेजमैंट स्कूल में बुक्स सेल नहीं कर सकती। स्कूल को कम से कम दो बुक सेलर के एड्रेस अपनी वेबसाइट पर देने होते हैं। बुक्स को स्कूल से सेल नहीं किया जा सकता। यदि ऐसा पाया जाता है तो सरकार के नियमों के तहत स्कूल की एफिलिएशन कैंसल की जा सकती है। यदि कोई स्कूल ऐसा कर रहा है तो लीगल एडवाईज के तौर पर उच्चाधिकारियों को स्कूल की एफिलिएशन कैंसिल करने की सिफारिश की जाएगी।
- राम किशन, नोडल ऑफिसर
एक्शन लिया जाएगा -
सरकार शिक्षा का स्तर उपर उठाने पर कार्यरत है। नई नई सुविधाएं बच्चों को दी जा रही हैं। यदि कोई स्कूल पेरेंट्स को स्कूल से ही बुक्स सेल कर रहा है तो यह नियमों के खिलाफ है। कंपलेंट मिलने पर एक्शन लिया जाएगा।
- हिमत सिंह हुंदल, डीईओ