आरएसएस नेताओं ने नहीं ली सुरक्षा, कहा-खुद पर भरोसा
पटियाला राज्य में हिदू नेताओं पर हो रहे हमले के बाद पुलिस हिदू नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवा रही है लेकिन जिले आरएसएस नेताओं व पदाधिकारियों को खुद पर भरोसा है।
प्रेम वर्मा, पटियाला
राज्य में हिदू नेताओं पर हो रहे हमले के बाद पुलिस हिदू नेताओं को सुरक्षा मुहैया करवा रही है, लेकिन जिले आरएसएस नेताओं व पदाधिकारियों को खुद पर भरोसा है। वह निजी सुरक्षा कर्मी रखने में यकीन नहीं करते। जिले में करीब 43 शाखाएं चल रही हैं, जिनके साथ पांच हजार से अधिक सदस्य जुड़े हैं। इतनी सक्रियता के बावजूद किसी भी नेता ने सुरक्षा के लिए पुलिस कर्मी नहीं रखने का फैसला किया है। पूछने पर आरएसएस नेताओं का कहना है कि सुरक्षा को लेकर खुद ही इतने जागरूक हैं कि पुलिस सुरक्षा की जरूरत ही नहीं पड़ती। यदि पुलिस सुरक्षा के बीच कोई अनहोनी होती है तो इसके बाद दोष भी किसे देना है। हालांकि, शहर व जिले के विभिन्न जगह पर होने वाले शाखा की गतिविधि में सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, जिस पर सभी पदाधिकारियों व संचालकों ने भरोसा भी जताया। वहीं, पुलिस प्रमुख ने कहा कि जिन्होंने सुरक्षा मांगी है, उन्हें सुरक्षा मुहैया करवाई गई है। पुलिस लगातार सभी नेताओं से तालमेल करते हुए सुरक्षा इंतजामों की फीडबैक लेती है। जिला का एकमात्र कार्यालय वह भी पुलिस सुरक्षा से लैस
आरएसएस रूटीन में अपनी सभाएं व शाखाओं की मीटिग करते रहते हैं। आरएसएस ने जिले का एकमात्र कार्यालय पटियाला शहर में बनाया है, जहां पर सभी सदस्यों की वर्किग व अन्य मुद्दों पर चर्चा होती है। यह कार्यालय आर्य समाज में है, जहां पर पुलिस की सुरक्षा कर्मी हर समय तैनात रहते हैं। पीसीआर टीम के अलावा संबंधित पुलिस थाने के मुलाजिम इस कार्यालय पर सुरक्षा के मद्देनजर पहरा देते हैं और समय-समय पर नेताओं से तालमेल भी करते हैं। कभी जरूरत महसूस नहीं होती: जिला संचालक
आरएसएस के जिला संचालक दर्शन कुमार ने कहा कि संघ की गतिविधियां रूटीन में चलती हैं, जहां पर पुलिस इंतजाम पूरी तरह से होते हैं। रही बात निजी सुरक्षा कर्मी को रखने की तो इसकी जरूरत कभी महसूस नहीं हुई। वह तो सिर्फ मेंबर सोचकर सेवा कार्य कर रहे हैं, ऐसे में किसी पुलिस सुरक्षा कर्मी की जरूरत नहीं पड़ती है। खुद ही जागरूक रहें, सुरक्षा कर्मी की जरूरत नहीं : शहरी संचालक
शहरी संचालक राजिदर पुरोहित ने कहा कि सभाओं में पुलिस की सुरक्षा काफी है और सभी नेता जागरूक भी हैं। उन्होंने कहा कि वह सोचते हैं कि खुद ही इतने जागरूक रहें कि सुरक्षा कर्मी की जरूरत न पड़े। यदि सुरक्षा कर्मी रहते हुए भी अनहोनी हो जाए तो कोई क्या कर सकता है। सभी सदस्य मजबूत हैं और सुरक्षा की जरूरत नहीं पड़ती। सुरक्षा कर्मी ले सकते हैं लेकिन लेंगे नहीं : नैय्यर
आरएसएस के विग स्वदेशी जागरण मंच के जिला प्रभारी सुशील नैय्यर ने कहा कि नेता चाहें तो सुरक्षा कर्मी ले सकते हैं और वह खुद भी ले सकते हैं। जब उनसे बड़े पदाधिकारी सुरक्षा कर्मी नहीं रखते हैं, तो इसकी उन्हें भी जरूरत नहीं है। सुरक्षा के नाम पर पुलिस कर्मी लेकर घूमना महज दिखावा लगता है, ऐसे में वह कर्मी नहीं लेते हैं।