लैब टेक्निशियनों छुट्टियां रद
जून का महीने का नाम आते ही दिमाग में सबसे पहली बात छुट्टियों की आती है। इस दौरान जहां बच्चों को स्कूलों से छुट्टियां हो जाती हैं।
जागरण संवाददाता, पटियाला : जून का महीने का नाम आते ही दिमाग में सबसे पहली बात छुट्टियों की आती है। इस दौरान जहां बच्चों को स्कूलों से छुट्टियां हो जाती हैं। वहीं कई विभागों में भी छुट्टियों का एलान हो जाता है। लेकिन लोकहित को ध्यान में रखते हुए सरकारी राजिदरा अस्पताल के बायोकैमिस्ट्री लैब में तैनात लैब टेक्निशियनों और लैब अटेंडेंट अपनी छुट्टियां रद करने को राजी हो गए। हालांकि इन कर्मचारियों की रद हुई छुट्टियों को उनकी एकत्रित छुट्टी में जोड़ दी जाएगी।
असल में पिछले कुछ महीनों पहले ही सरकारी राजिदरा अस्पताल में बीसीएल लैब 24 घंटे तक खुला रखने का फैसला किया था, लेकिन इसके लिए कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। बल्कि मौजूदा स्टाफ की ही शिफ्टों में ड्यूटी लगा दी गई थी। अस्पताल प्रशासन के आगे सबसे बड़ा चैलेंज गर्मियों दौरान कर्मचारियों की छुट्टियों के बावजूद लैब का का काम प्रभावित न होने दिया जाना था, क्योंकि गर्मियों दौरान कर्मचारियों को 37 दिन की छुट्टियां मिलती हैं। ऐसे में अगर सभी कर्मचारी 37 दिनों की छुट्टियों पर चले जाते तो लैब का काम प्रभावित होना और आम जनता की परेशानी बढ़ना तय था। इसके चलते अस्पताल प्रशासन ने लैब में तैनात 9 कर्मचारियों की छुट्टियां रद कर दिया है। कर्मचारियों ने भी इसे बिना किसी एतराज के मान लिया।
दो शिफ्टों में छुट्टी ले सकेंगे कर्मचारी
बीसीएल विभाग प्रमुख डॉ. रमेश कुंडल ने बताया कि मौजूदा समय लैब में कर्मचारियों की भारी कमी है। अगर सभी कर्मचारी एक साथ छुट्टी पर चले जाते हैं तो लैब की 24 घंटे सेवा प्रभावित हो सकती है। इसलिए जिन कर्मचारियों ने छुट्टियां रद्द की गई हैं, उन्हें दो भागों में बांट दिया है। ताकि अगर कर्मचारी छुट्टियां लेने चाहें तो रोटेशन वाइज ले सकें। इसके तहत पहले भाग में शामिल कर्मचारी 1 जून से 7 जुलाई तक छुट्टी ले सकेंगे जबकि दूसरे भाग के कर्मचारी 7 जुलाई से 15 अगस्त तक छुट्टी ले सकेंगे। ये फैसला केवल लोकहित में लिया गया है।
कर्मचारियों के छुट्टी पर जाने से हो सकती थी परेशानी: प्रिसिपल
मेडिकल कॉलेज प्रिसिपल डा. केके अग्रवाल ने बताया कि बायोकैमिस्ट्री लैब में पहले ही कर्मचारियों की कमी है। अगर ज्यादातर कर्मचारी छुट्टी पर चले गए तो लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए विभाग ने फैसला किया है कि जिन कर्मचारियों की छुट्टियां रद की जाएंगी।