Punjabi University का रिजल्ट पेंडिंग, मार्किंग सेंटर बंद होने से आंसर सीट फंसी
पंजाबी यूनिवर्सिटी में रिजल्ट पेंडिंग है। इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा। रिजल्ट में देरी के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन भी दोषी है।
पटियाला [बलविंदरपाल सिंह]। पंजाबी यूनिवर्सिटी (Punjabi University) में पांच सौ से अधिक रिजल्ट पेंडिंग है। यह सभी परिणाम अलग-अलग कक्षा के समेस्टर के हैं। इसका खमियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ेगा। हालांकि यूनिवर्सिटी अधिकारियों को भी इस बात की चिंता सता रही है, परंतु रिजल्ट में देरी का कारण यूनिवर्सिटी प्रशासन की गलती भी है। यूनिवर्सिटी ने परीक्षा देरी से शुरू करवाई। दिसंबर में खत्म होने वाली परीक्षा दस जनवरी तक चलती रही।
इसके अलावा कोरोना संकट के चलते यूनिवर्सिटी के छह मार्किंग सेंटर भी बंद पड़े हैं और सभी आंसर सीट इनमें बंद है। यूनिवर्सिटी प्रशासन अब परीक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ ऑनलाइन मीटिंग कर कामकाज का जायजा ले रहा है। मार्किंग सेंटरों के कर्मचारियों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि सेंटरों से सभी दस्तावेज यूनिवर्सिटी लाए जा सकें।
ऑनलाइन सिस्टम बना यूनिवर्सिटी के लिए परेशानी
पिछले साल यूनिवर्सिटी ने एग्जामिनेशन ब्रांच का पूरा कामकाज ऑनलाइन करना शुरू किया था। पहले यूनिवर्सिटी प्राइवेट स्टूडेंट्स के एडमिशन फार्म ऑनलाइन नहीं कर पाई। इसके बाद ब्रांच कर्मचारियों ने सामान्य तरीके से काम किया। यूनिवर्सिटी ने दो बार से अधिक परीक्षा की तिथि भी बदल दी। इस पूरे सिस्टम से देरी हो गई। मार्च में लॉकडाउन हो गया और रिजल्ट पेंडिंग चल गया।
यूनिवर्सिटी के कंट्रोलर डॉ. कंवलजीत सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के कारण रिजल्ट तैयार करवाना बहुत मुश्किल काम है। कर्मचारियों से संपर्क कर रिजल्ट तैयार करने की कोशिश की जा रही है। फाइनल कक्षाओं के रिजल्ट पहले जारी करने की कोशिश होगी।
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