पंजाबी यूनिवर्सिटी मौजूदा समय में 372 करोड़ 64 लाख रुपये के घाटे में
पीयू की 6फीसदी ग्रांट में बढ़ौतरी के साथ-साथ 50 करोड़ की अलग से ग्रांट जारीपीयू की 6फीसदी ग्रांट में बढ़ौतरी के साथ-साथ 50 करोड़ की अलग से ग्रांट जारीपीयू की 6फीसदी ग्रांट में बढ़ौतरी के साथ-साथ 50 करोड़ की अलग से ग्रांट जारीपीयू की 6फीसदी ग्रांट में बढ़ौतरी के साथ-साथ 50 करोड़ की अलग से ग्रांट जारीपीयू की 6फीसदी ग्रांट में बढ़ौतरी के साथ-साथ 50 करोड़ की अलग से ग्रांट जारी
बल¨वदरपाल ¨सह, पटियाला
राज्य सरकार द्वारा पंजाबी यूनिवर्सिटी को 50 करोड़ की ग्रांट व हर वर्ष मिलने वाली ग्रांट में 6 फीसदी बढ़ोतरी करने के बावजूद यूनिवर्सिटी मौजूदा समय में 372 करोड़ 64 लाख रुपये के घाटे में चल रही है। इस बात का खुलासा सोमवार को हुई फाइनांस कमेटी की मी¨टग में हुआ। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा अगले समय में यूनिवर्सिटी के खर्च को कम करने के लिए प्रयास शुरू करेगा। दूसरी ओर सूत्र यह भी बताते हैं कि यूनिवर्सिटी में होने वाले खर्च पर निगरानी रखने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा एक अलग से कमेटी गठित की जाएगी। जोकि पूरे खर्च का ब्योरा रखेगी।
आमदन 344 करोड़ 65 लाख ओर खर्च 717 करोड़ 30 लाख रुपये
जानकारी अनुसार सोमवार को पंजाबी यूनिवर्सिटी में हुई फाइनांस कमेटी की मी¨टग हुई। मी¨टग में वीसी डा.बीएस घुम्मण के अलावा डीन अकेडमिक जीएस बत्रा के अलावा विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे। इस मी¨टग के दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा यूनिवर्सिटी की आमदन 344 करोड़ 65 लाख रुपये दिखाई गई। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी का खर्च 717 करोड़ 30 लाख रुपये दिखाया गया। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में पंजाबी यूनिवर्सिटी 372 करोड़ 64 लाख रुपये के घाटे में चल रही है। हालांकि पिछले साल राज्य सरकार द्वारा अपने बजट में पंजाबी यूनिवर्सिटी को करीब 50 करोड़ की अलग से ग्रांट व सालाना मिलने वाली ग्रांट में 6फीसदी बढ़ावा भी कर चुकी है। बावजूद इसके यूनिवर्सिटी इतने ज्यादा घाटे में चल रही है।
7वें पे कमिश्न लागू करने पर ओर बढ़ेगा यूनिवर्सिटी पर बोझ
जानकारी अनुसार अगर पंजाबी यूनिवर्सिटी 7वें केंद्रीय पे कमिश्न को लागू करती है तो उसे टी¨चग वर्ग को करीब 91 करोड़ के एरियर की अदायगी करनी पड़ेगी। जिससे यूनिवर्सिटी पर ओर बोझ बढ़ जाएगा। जिसके चलते सैलरी का खर्च 4 करोड़ रुपये प्रति महीना (48 करोड़ रुपये सालाना) से ज्यादा होगा। जिसके चलते पंजाबी यूनिवर्सिटी का यह घाटा 511 करोड़ के करीब पहुंच सकता है। हालांकि यूनिवर्सिटी अधिकारियों का मानना है कि इस घाटे को राज्य सरकार से ग्रांट की मांग व नए जरिए से आमदन व यूनिवर्सिटी के विभिन्न खर्च में कटौती करके इस घाटे को कम करने का प्रयास किया जाएगा।
मौजूदा समय में 122 करोड़ के घाटे में यूनिवर्सिटी
जानकारी अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी 122 करोड़ रुपये के कर्च के नीचे दबी हुई है। पिछले कुछ समय पहले यूनिवर्सिटी द्वारा अपने ही मुलाजिमों को वेतन देने के लिए पैसे तक नहीं थे। जिसके चलते मुलाजिमों की एफडी को बैंक के पास गिरवी रखकर सैलरी जारी की गई। बता दें कि यूनिवर्सिटी के इस घाटे की एक वजह यूनिवर्सिटी के विभिन्न कोर्सों में एडमिशन न होना भी माना जा रहा है। हालांकि पिछल महीने वीसी डा.बीएस घुम्मण ने एडिशन में बढ़ोतरी को लेकर डिपार्टमेंट हेड से मी¨टग कर उनके विचार भी लिए ओर कोर्सों में एडमिशन बढ़ाने की बात भी कही थी।
ग्रांट में 6 फीसदी बढ़ोतरी व 50 करोड़ की अलग ग्रांट का एलान
बता दें कि सोमवार को राज्य सरकार द्वारा जारी किए बजट में पंजाबी यूनिवर्सिटी को हर वर्ष मिलने वाली ग्रांट में फिर एक बाद 6 फीसदी बढ़ोतरी करने का ऐलान किया। वहीं दूसरी ओर यूनिवर्सिटी को 50 करोड़ रुपये की अलग से ग्रांट देने का ऐलान भी किया गया। हालांकि यूनिवर्सिटी अधिकारी सरकार के इस फैसले से खुश है। पर यूनिवर्सिटी के घाटे को पूरा करने के लिए अधिकारी सरकार से ओर ग्रांट की उम्मीद लगाए बैठे हैं।