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मिट्टी व पानी के संरक्षण पर की चर्चा

राजपुरा स्वामी विवेकानंद ग्रुप ऑफ इंस्टीच्यूट को कृषि और जैव विविधता संरक्षण के लिए जल और मिट्टी संसाधन प्रबंधन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का आयोजन किया। इस संस्था ने इस सम्मेलन को आयोजित करने के लिए एक पहल की थी जिसमें उनका मुख्य उद्देश्य कृषि और बागवानी को अपने भविष्य के करियर के रूप में प्रोत्साहित करने और उन्हें सफल बनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Nov 2019 12:12 AM (IST)Updated: Sun, 10 Nov 2019 12:12 AM (IST)
मिट्टी व पानी के संरक्षण पर की चर्चा
मिट्टी व पानी के संरक्षण पर की चर्चा

संस, राजपुरा

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स्वामी विवेकानंद ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट ने कृषि और जैव विविधता संरक्षण के लिए जल व मिट्टी संसाधन प्रबंधन पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन के दौरान प्रख्यात वैज्ञानिकों ने स्थायी कृषि के लिए मिट्टी व पानी के संरक्षण पर अपने विचार व्यक्त किए।

इसके अलावा कृषि की बेहतरी के लिए हमारे बिगड़ते मिट्टी के गुणों को संरक्षित करने के तरीके पर चर्चा हुई। इस सम्मेलन का उद्देश्य क्षेत्र में मिट्टी और पानी की मौजूदा स्थितियों और कृषि और बागबानी में भविष्य की संभावनाओं पर छात्रों में जागरूकता और उन्हें आगे लाना था।

चेयरमैन एसवीजीओआइ अश्वनी गर्ग और प्रेजिडेंट अशोक गर्ग ने कहा कि भविष्य में इस प्रकार के सम्मेलनों से भी छात्र लाभांवित होंगे। सम्मेलन में प्रौद्योगिकी के नेतृत्व वाले विकास को प्राप्त करने के लिए मानव पुनरावर्तन की गुणवत्ता पर भी जोर दिया गया।


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