जनरल हाउस में प्रस्ताव पास, फिर भी हरी भरी कंपनी पर सस्पेंस बरकरार
डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी से निगम के कांट्रेक्ट को लेकर पार्षद दुविधा में है।
जासं, पटियाला : डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली कंपनी से निगम के कांट्रेक्ट को लेकर पार्षद दुविधा में है। कंपनी के खिलाफ मिल रही शिकायतों के बाद निगम की जनरल हाउस मीटिग में कांट्रेक्ट रद करने का प्रस्ताव पारित हुआ तो कांट्रेक्टर पार्षदों को फोन कर उनके वार्ड में डोर टू डोर कूड़ा उठाने की ड्राइव चलाने की मंजूरी मांग रहे हैं। हालांकि कंपनी को फिर से मौका दिए जाने की जानकारी कौंसलर को नहीं है। कंपनी के सीईओ के मुताबिक उनको कांट्रेक्ट तोड़े जाने का कोई नोटिस नहीं मिला है। कंपनी पहले की तरह प्रोजेक्ट चला रही है। वहीं मेयर आफिस के प्रवक्ता के मुताबिक सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कंपनी को मौका दिया जाना जरूरी था।
बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान में शहर को गंदगी मुक्त बनाने के लिए निगम ने 9 अक्टूबर 2018 को हरी भरी रीसाइक्लिेबल प्राइवेट कंपनी के साथ कांट्रेक्ट किया गया था। इस दौरान कंपनी की कार्यशैली पर कई तरह के सवाल उठाए गए। निगम की 13 सितंबर को हुई जनरल हाउस मीटिग में कंपनी से करार रद करने का प्रस्ताव पारित किया गया। मीटिग के दौरान प्रस्ताव 18 पेश करते हुए कहा गया कि करार के मुताबिक कंपनी काम नहीं कर सकी और 60 वार्ड में से केवल 19 वार्ड से डोर टू डोर कूड़ा उठाया गया। शहर की रिहायशी इलाकों को छोड़कर कमर्शियल इलाकों पर अधिक ध्यान दिया गया। कंपनी के मुताबिक डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए उनके पास 56 व्हीकल है। निगम को सेनेटरी इंस्पेक्टरों की मिली रिपोर्ट में पाया गया कि किसी भी वार्ड में सभी घरों को कवर नहीं किया गया, गीला और सूखा कूड़ा अलग करते हुए इसका निस्तारण नहीं किया जा रहा। कूड़ा उठा रही गाड़ियों को ढका नहीं जा रहा। जिसके चलते कांट्रेक्ट खत्म करने का प्रस्ताव पास किया गया। वहीं मेयर ऑफिस के प्रवक्ता ने कहा कि प्रस्ताव पारित जरूर किया गया परंतु कंपनी की इंवेस्टमेंट को देखते हुए फिर से मौका दिया गया। उम्मीद है सुधार के साथ फिर प्रोजेक्ट शुरू होगा।
कंपनी पार्षदों से मांग रही सहयोग
जनरल हाउस में प्रस्ताव डाला तो गया था परंतु हरी भरी कंपनी को कांट्रेक्ट तोड़ने का कोई नोटिस नहीं दिया गया। कुछ शिकायतें जरूर मिली थी परंतु कंपनी के प्रोजेक्ट को एक माफिया काम नहीं करने देना चाहता। करोड़ों रुपये लगाकर प्रोजेक्ट को शुरू किया गया है। कुछ समय चुनाव में बीत गया। अब गाड़ी ट्रेक पर है। कंपनी की ओर से पार्षदों को सहयोग के लिए फोन पर संपर्क किया जा रहा है। सभी शिकायतें दूर करते हुए पूरे शहर में अच्छे से काम किया जाएगा।
पार्षदों को जानकारी नहीं
डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए हरी भरी कंपनी से कांट्रेक्ट रद किया गया है या उसे फिर से मौका दिया गया है। इसकी जानकारी पार्षदों को नहीं है। फोन पर कंपनी के प्रबंधकों द्वारा किये जा रहे संपर्क से कुछ पार्षदों ने कंपनी को काम शुरू करने से इंकार कर दिया है। वहीं सेनेटरी इंस्पेक्टर भी इस पर स्पष्ट स्थिति नहीं बता पा रहे हैं कंपनी काम करेगी या नहीं। नवनियुक्त कमिश्नर पूनमदीप कौर ने फिलहाल मामले की पूरा डिटेल की जानकारी लेने को कहा है।