पंजाब टीचर्स एसोसिएशन पर फिर प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस का कब्जा
पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पर एक बार फिर से प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस ग्रुप ने कब्जा जमाया।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पर एक बार फिर से प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस ग्रुप ने कब्जा जमाया। ग्रुप से प्रधान पद के उम्मीदवार डा. भूपिंदर सिंह विर्क ने अपने विरोधी उम्मीदवार को 102 मतों से हराया। डा. विर्क को 281 और उनके प्रतिद्वंद्वी यूनाइटेड टीचर्स फ्रंट से डा. जसविंदर बराड़ को 179 वोट मिले। ऐसा पहला बार हुआ है कि डा. विर्क ने अपने प्रतिद्वंद्वी को इतने बड़े अंतर से हराया है।
वहीं, उपप्रधान पद पर यूनाइटेड टीचर्स फ्रंट से गुरनाम विर्क विजेता रहे। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी पूनम पतियार को 18 मतों से हराया। इसी तरह प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस ग्रुप से सेक्रेटरी पद के उम्मीदवार सुखजिंदर सिंह ने सिकंदर सिंह को 83 मतों से हराया। सुखजिंदर को 271 व सिकंदर सिंह को 188 मत मिले। ज्वाइंट सेक्रेटरी पद पर प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस ग्रुप के जशनदीप संधू विजेता रहे। संधू ने गुरजीत भट्ठल को 21 मतों से हराया। जशनदीप को 239 और गुरजीत को 218 वोट मिले। इसी तरह प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस के उम्मीदवार गुलशन बासल, अमनदीप सिंह, भीमइंद्र सिंह, गौरव गुप्ता, नवदीप कंवल, रणइंद्रजीत कौर व बलदीप सिंह भी विजेता रहे।
प्रोग्रेसिव टीचर्स अलायंस ग्रुप पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पर दूसरी बार काबिज हुआ है। इससे पहले डा. निशान सिंह देयोल एसोसिएशन के प्रधान रह चुके हैं। नवनियुक्त प्रधान डा. विर्क ने कहा कि पिछले समय में भी ग्रुप द्वारा अध्यापकों की मागों को पूरा करवाया गया था। आगे भी वह अध्यापकों की हर माग को पूरा करवाने का प्रयास करेंगे। ये है जीत के कारण
- अध्यापकों की प्रमोशन लागू की 20 प्वाइंट की चेकलिस्ट को रद करवाया।
- सरकार से यूनिवर्सिटी के लिए 90 करोड़ की ग्राट जारी करवाई।
- दो साल से रुकी अध्यापकों की प्रमोशन करवाई।
- प्रोफेसरों का इंक्रीमेट लगवाया।
- प्रोफेसरों के खाते में जीपीएफ का पैसा डलवाया और जीपीएफ इंट्रस्ट कम मिलने के मामले पर कोर्ट में केस फाइल किया गया। स्टूडेंट्स ने स्टाल लगाकर चुनाव करवाने की माग की
पंजाबी यूनिवर्सिटी के सन्नी आडिटोरियम में वीरवार को दिन में हो रहे पुटा इलेक्शन के दौरान विद्यार्थियों ने भी अपना अलग से स्टाल लगाया। इस दौरान विद्यार्थियों ने बैनर लगाकर यूनिवर्सिटी प्रशासन से स्टूडेंट्स इलेक्शन करवाने की माग भी की