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वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठे प्रोफेसरों और वीसी प्रो. अरविंद के बीच हुई बहसबाजी

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पुटा द्वारा अपनी मांगें पूरी करवाने को

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2022 07:47 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2022 07:47 PM (IST)
वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठे प्रोफेसरों 
और वीसी प्रो. अरविंद के बीच हुई बहसबाजी
वीसी दफ्तर के आगे धरने पर बैठे प्रोफेसरों और वीसी प्रो. अरविंद के बीच हुई बहसबाजी

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाबी यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन पुटा द्वारा अपनी मांगें पूरी करवाने को लेकर वीसी दफ्तर के आगे धरना लगाकर प्रदर्शन किया गया। धरने के दौरान जब वाइस चांसलर प्रो.अरविद दफ्तर में जाने लगे तो धरने पर बैठे एसोसिएशन सदस्यों ने 'वीसी भगाओ यूनिवर्सिटी बचाओ' की नारेबाजी करनी शुरू कर दी। इसके चलते वीसी धरनाकारियों पर भड़क उठे। वीसी ने धरनाकारियों को कहा कि 'वीसी को भगाना व काले कामों पर पर्दा डालना है', का नारा लगाओ। जिसके बाद धरने पर बैठे प्रोफेसरों ने भी वीसी से बहसबाजी करना शुरू कर दिया।

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बता दें कि पुटा द्वारा वीरवार को सातवें पे कमिश्न लागू करवाने व नई नियुक्तियों में डी लिकिग को रद करवाने के लिए वीसी दफ्तर के आगे धरना दिया गया था। इस दौरान पुटा सचिव सुखजिदर सिंह ने कहा कि देश भर में यूजीसी का सातवां पे कमिशन लागू हो चुका है पर पंजाब के अध्यापकों को पे स्केल देने में पिछड़ चुका है। इस दौरान पुटा प्रधान डा. भूपिदर सिंह विर्क ने कहा कि पुटा द्वारा सातवें पे कमिशन लागू करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है पर यूनिवर्सिटी प्रशासन मांग को अनदेखा करता आ रहा है। जिसके चलते पुटा सदस्यों में यूनिवर्सिटी प्रशासन के प्रति रोष बढ़ता ही जा रहा है। धरने में डा. हरनीत ग्रेवाल डा. गुरजंट सिंह व डा. केसर सिंह व डा. जसविदर सिंह बराड़ और डा. पुशपिदर गिल ने भी अपने विचार पेश किए। उधर, पंजाबी यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो.अरविद ने कहा कि पढ़े लिख प्रोफेसरों द्वारा वीसी को भगाने का नारा लगाना बड़ी छोटी बात है। उन्होंने कहा कि उन्होंने तो धरनाकारियों को सुझाव दिया था कि वीसी को भगाना अपने काले कामों पर परदा डालने का नारा अच्छा है।


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