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वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए पीपीसीबी ने लगाई वर्कशाप

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) द्वारा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बायोटेक विभाग के सहयोग से कूड़े से कंपोस्ट खाद बनाने के लिए एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Aug 2022 07:43 PM (IST)Updated: Thu, 25 Aug 2022 07:43 PM (IST)
वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए 
पीपीसीबी ने लगाई वर्कशाप
वर्मी कंपोस्ट खाद बनाने के लिए पीपीसीबी ने लगाई वर्कशाप

जागरण संवाददाता, पटियाला : पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) द्वारा गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के बायोटेक विभाग के सहयोग से कूड़े से कंपोस्ट खाद बनाने के लिए एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया। बोर्ड के सदस्य सचिव करुनेश गर्ग ने यूनिवर्सिटी से आए विशेषज्ञों का स्वागत किया और उपस्थित लोगों को वर्मी कंपोस्ट खाद तैयार करने से साथ साथ इसके फायदे भी बताए। बोर्ड के चेयरमैन डा. आदर्शपाल विग ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए सभी के सहयोग की आवश्यकता है, जिसके लिए बोर्ड की तरफ से निरंतर प्रयास किए जा रहे है। डा. विग ने कंपोसिट से खाद का रूपांतरन करते हुए बताया कि कंपोस्ट से बनी खाद केमिकल द्वारा बनाई खाद से ज्यादा बढि़या क्वालिटी की होती है और पर्यावरण पर इसका बुरा असर नहीं पड़ता। उन्होंने इस खाद को ब्लैक गोल्ड का नाम दिया। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के जोलोजी विभाग के सहायक प्रोफेसर डा. जसविदर सिंह ने वर्मी कंपोस्टिग से खाद तैयार करने के लिए जिन केंजुओं की जरूरत होती है, उनके रख रखाव व खाद बनाने की तकनीक के बारे में जानकारी दी। बोर्ड की तरफ से मुख्य पर्यावरण इंजीनियर प्रदीप गुप्ता ने यूनिवर्सिटी से आए विशेषज्ञों व बोर्ड के अधिकारियों का वर्कशाप को सफल बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।

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