किसान यूनियनों की सहमति से ही याचिका दायर हो : चंदूमाजरा
नाभा (पटियाला) पूर्व सांसद और अकाली दल बादल के महासचिव प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि किसानों से जुड़े कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर सभी किसान यूनियनों की सहमति पर ही चुनौती देने वाली याचिका दायर की जानी चाहिए।
जेएनएन, नाभा (पटियाला) : पूर्व सांसद और अकाली दल बादल के महासचिव प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने कहा कि किसानों से जुड़े कृषि सुधार कानूनों के मुद्दे पर सभी किसान यूनियनों की सहमति पर ही चुनौती देने वाली याचिका दायर की जानी चाहिए। अकाली दल की कोशिश है कि किसान संगठनों तक पहुंच की जाए और उन्हें इसके खिलाफ चल रही लड़ाई में जो भी सहायता चाहिए, मुहैया करवाई जाएगी।
प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा बुधवार को हलका नाभा पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अकाली दल सिर्फ यह स्पष्ट करना चाहता है कि भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) द्वारा दायर याचिका का शिरोमणि अकाली दल से कोई संबंध नहीं है। अजमेर सिंह लक्खोवाल के समूह ने याचिका दायर करने से पहले शिरोमणि अकाली दल से परामर्श नहीं किया था। शिरोमणि अकाली दल हमेशा किसानों संग खड़ा रहेगा। इस अवसर पर मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन जीएस बिल्लू, जगजीत सिंह कोहली, जस्सा सिंह खोख, जीएस घमरौदा, एडवोकेट जगदीश सिंह लालका, सुखजिदर सिंह टोहड़ा, कर्म सिंह मांगेवाल, मेजर सिंह तुंगा, नरिदर सिंह मैहस, जगजीत सिंह खोख, सुरिदर सिंह मनकू, परगट सिंह हरीगढ, गुरजंट सिंह बिरवाल मौजूद थे।