कोरोना के डर से लोग नहीं कर रहे बसों में सफर, ड्राइवर को तीन से चार घंटे करना पड़ रहा इंतजार
पटियाला राज्य सरकार ने पुरी क्षमता मुताबिक सवारियां लेकर जाने की अनुमति मिलने के बाद भी पटियाला बस स्टैंड पर सवारियों की संख्या नाममात्र देखने को मिली।
जागरण संवाददाता, पटियाला : राज्य सरकार ने पुरी क्षमता मुताबिक सवारियां लेकर जाने की अनुमति मिलने के बाद भी पटियाला बस स्टैंड पर सवारियों की संख्या नाममात्र देखने को मिली। बस ड्राइवरों को सवारियों की संख्या पूरी करने में तीन से चार घंटे इंतजार करते देखे गए। बस स्टैंड के इस तरह के हालात देख ऐसा लगता है कि कोरोना के बढ़ते केस देख लोगों में सहम पाया जा रहा है। जिसके चलते बसों में सफर करने से लोग कतरा रहे हैं। कुछ व्यक्ति जोकि बस स्टैंड पहुंचे हुए थे, वह मास्क पहने हुए थे। दूसरी ओर पीआरटीसी अधिकारियों का भी यही मानना है कि लोग खुद अपनी सुरक्षा के तहत घरों से नहीं निकल रहे। 12 से 14 सवारियां ही आ रही है
पीआरटीसी बस स्टैंड के जीएसम जतिदरपाल सिंह का कहना है कि बेशक सरकार ने अनुमति दे दी है। पर लोग खुद सुचेत हो चुके है। जिसके चलते सोमवार को 12 से 14 सवारियां ही एक बस में बैठी देखी गई। खबरों के अनुसार मालेरकोटा लॉकडाउन होने जा रहा है, जिस कारण इस रूट पर कोई भी व्यक्ति नहीं जाएगा। अच्छी बात है कि लोग कोरोना संकट को लेकर खुद सचेत हैं।
कोट्स
øø कोरोना का डर मन में तो है, पर सफर करना भी जरूरी था। लुधियाना जाना था, के लिए यहां बस स्टैंड पर पहुंचा हूं। पर सरकार की ओर से जारी निर्देशों का हर वक्त पालन करता हूं।
..प्रमोद कुमार, यात्री øø पटियाला से चंडीगढ़ जाना है, पर मन में कोरोना का डर भी है। सरकार ने बसों में पुरी क्षमता की अनुमति तो दे दी है। पर इससे फिजिकल डिस्टेंस का नियम को खत्म हो जाएगा।
..हरविदर सिंह, यात्री