सब रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाने लिए लोग हो रहे परेशान
सब रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाने के बाद भी इंतकाल करवाने में पब्लिक को परेशानी उठानी पड़ रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : सब रजिस्ट्रार कार्यालय में प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाने के बाद भी इंतकाल करवाने में पब्लिक को परेशानी उठानी पड़ रही है। हाल यह है कि रजिस्ट्री के बाद इंतकाल लंबे समय तक नहीं होता है, जबकि मौजूदा समय में आनलाइन सिस्टम के तहत इंतकाल रजिस्ट्री करवाने के कुछ दिनों में हो जाना चाहिए। बावजूद इसके पबलिक को इंतकाल करवाने में खुद तहसीलदारों के दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। जानकारी अनुसार प्रापर्टी का इंतकाल करने में तहसीलदार सहित पटवारी की विशेष भूमिका है। संबंधित तहसीलदार व पटवारी को फर्द सेंटर में जाकर आनलाइन अंगुठा लगाना पड़ता है। जिसके बाद संबंधित व्यक्ति के नाम पर इंतकाल चढ़ता है।
जानकारी अनुसार सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में रजिस्ट्री के दस्तावेज आनलाइन फीड करने का सिस्टम लागू है जिसके चलते अपने आप प्रापर्टी का इंतकाल होना बनता है। पर संबंधित व्यक्ति को इंतकाल करवाने के लिए अपने इलाके से संबंधित पटवारी को रजिस्ट्री की फोटो कापी देनी पड़ी है। हालांकि सब-रजिस्ट्रार दफ्तर द्वारा रजिस्ट्री के दस्तावेज इलाके के संबंधित पटवारी को भेजे जाते है। बावजूद इसके इंतकाल सही समय पर नहीं होते। पब्लिक को इंतकाल करवाने के लिए तहसील दफ्तर या फिर सब-रजिस्ट्रार दफ्तर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। जानकारी अनुसार यहां सब-रजिस्ट्रार दफ्तर में रोजाना 50 से ज्यादा प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन करने का काम होता है। रजिस्ट्री होने के करीब एक हफ्ते के भीतर सब रजिस्ट्रार दफ्तर द्वारा संबंधित पटवारी को दस्तावेज भेज दिए जाते हैं।
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इंतकाल लेट व न होने संबंधी मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई है। वैसे भी प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाने के बाद अपने आप प्रापर्टी का इंतकाल संबंधित व्यक्ति के नाम पर चढ़ जाता है। अगर पब्लिक को इंतकाल संबंधी कोई दिक्कत आ रही है, संबंधित व्यक्ति मुझसे मिलकर समस्या बता सकता है। जिसके बाद समस्या का तुरंत हल कर दिया जाएगा।
-रणजीत सिंह, तहसीलदार