शहर में समझौता फीस से चलेगी फूड वैन, कमिश्नर ने कहा कंपाउं¨डग चार्ज
शहर में चल रही फूड वैन पर नगर निगम ने समझौता फीस लागू की है। समझौता फीस के तहत फूड वैन से हर महीने 2 हजार रुपए वसूल किये जाएंगे। संजय वर्मा, पटियाला शहर में चल रही फूड वैन पर नगर निगम ने समझौता फीस लागू की है। समझ्
संजय वर्मा, पटियाला शहर में चल रही फूड वैन पर नगर निगम ने समझौता फीस लागू की है। समझौता फीस के तहत फूड वैन से हर महीने 2 हजार रुपए वसूल किये जाएंगे। इतना ही नहीं समझौता फीस लेने के बावजूद नगर निगम किसी भी फूड वैन को लाइसेंस नहीं देगी। शहर के अलग-अलग एरिया में 100 से अधिक फूड वैन चल रही है। निगम ने शहर की सड़कों पर बढ़ रही अवैध फूड वैन पर अंकुश लगाने के लिए फीस लगाई हैं।
सूत्रों के मुताबिक फूड वैन का बढ़ता कारोबार और लोगों की नाराजगी से बचने के लिए फूड वैन पर समझौता फीस लगाई गई है इससे पहले निगम प्रशासन बिना मंजूरी के चल रही फूड वैन पर सख्त कार्रवाई के मूड में था। लैंड ब्रांच के मुलाजिमों के मुताबिक फूड वैन से हर महीने दो हजार समझौता फीस तय हुई है, कोल्ड ¨ड्रक्स की वैन से 1 हजार रुपए महीना लिया जाएगा। समझौता फीस का फैसला इसी महीने से लागू किया गया है। इससे शहर में लगने वाली फूड वैन की सही संख्या का भी पता लग सकेगा।
नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर डा.अंकुर म¨हदरू ने कहा कि बिना मंजूरी के चल रही फूड वैन की जांच के दौरान जुर्माना 2 हजार रुपए किये गए हैं। ये समझोता फीस यानि कंपाउ¨डग चार्ज है। नगर निगम की टीम जब भी जांच पर जाएगी और जो भी अवैध ढंग से चल रही फूड वैन मिलेगी उसको जुर्माना किया जाएगा। वेंडर पॉलिसी लागू किये जाने तक ये चलता रहेगा। वेंटर पॉलिसी लागू होने के बाद इन फूड वैन को वहां शिफ्ट किया जाएगा। फिलहाल शहर में 100 से अधिक फूड वैन बिना मंजूरी के चल रही है। डा.म¨हदरू ने कहा कि वेंडर पॉलिसी के लिए टेंडर जल्द खुलने वाले हैं। टेंडर के बाद सर्वे किया जाएगा और बाद में जगह तय की जाएगी। दूसरी ओर फूड वैन मालिकों दो हजार रुपए चार्ज लिये जाने से निश्चित हो गए है। उनके मुताबिक नगर निगम वेंडर पॉलिसी लागू होने तक एक तय राशि उनसे ले कर काम करने की राहत दे।