किसान जत्थेबंदियां और दूध उत्पादक में टकराव होने से बचा
किसान जत्थेबंदियों की ओर से की जा रही हड़ताल के दौरान रविवार शाम को किसान जथेबंदियों और दूध उत्पादकों में टकराव होने से बाल बाल बचे।
-वेरका मिल्क पलांट के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात
जेएनएन, पटियाला
किसान जत्थेबंदियों की ओर से की जा रही हड़ताल के दौरान रविवार शाम को किसान जथेबंदियों और दूध उत्पादकों में टकराव होने से बाल बाल बचे। दोनो पक्ष अपनी अपनी बात पर अड़े रहे। मामला गंभीर होता के भारी मात्रा में पुलिस फोर्स पहुंच गई। थाना अनाज मंडी के एसएचओ हैरी बोपाराए पुलिस पार्टी सहित मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दोनों पक्षों को समझा कर टकराव होने से फिलहाल टाल दिया। परंतु किसान जत्थेबंदियों ने प्लांट के बाहर रात भर धरना देने का ऐलान कर दिया है। दूध उत्पादक भी पलांट में दूध डालने की •िाद पर अड़े हुए थे। किसी तरह के टकराव को देखते हुए प्लांट के बाहर फिलहाल बडी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। दूध उत्पादकों का कहना कि उनकी तरफ से भारी कर्ज लेकर अपने काम शुरू किया गया है और रोजाना उनका हजारों लीटर दूध ़खराब हो रहा है और इस तरह वह 10 दिनों तक अपना नुक्सान नहीं करवा सकते। उन्होंने कहा कि जो किसान जत्थेबंदियां होने का दावा करती हैं तो गेहूं या फिर धान के सीजन में मंडी में 10 दिन तक फसल के साथ फेंकने का बायकाट कर दिखाए। इंडियन फार्मर्स एसोसिएशन के प्रधान सेवा ¨सह पनौंदियां ने कहा कि जब तक उनको ऊपर से कोई निर्देश नहीं आते वह संघर्ष इसी तरह जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि हड़ताल के दौरान बाकी भाइचारों को भी उनके साथ सहयोग करना चाहिए ताकि केन्द्र सरकार तक आवाज पहुंचे। इस टकराव को शांत करवाने के लिए पहुंचे थाना अनाज मंडी के एसएचओ हैरी बोपराए ने कहा कि किसी भी पक्ष को कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।