ईटीटी टेट पास बेरोजगार अध्यापकों ने किया प्रदर्शन
पिछले लंबे समय से सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की भर्ती ना किए जाने के विरोध में बेरोजगार ईटीटी टैट पास अध्यापक यूनियन की तरफ से लगातार तीसरे दिन पटियाला-संगरूर रोड पर गांव महमदपुर में पक्का धरना लगाकर भूख हड़ताल की गई। इस दौरान बेरोजगार अध्यापकों द्वारा पंजाब सरकार विरुद्ध नारेबाजी भी की गई। यूनियन नेताओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदर्शन को तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी प्रसासनिक अधिकारी या सरकार के प्रतिनिधि द्वारा यूनियन से बातचीत करने की कोशिश नहीं की गई। जिस कारण यूनियन में काफी रोष है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : लंबे समय से सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की भर्ती ना किए जाने के विरोध में बेरोजगार ईटीटी टेट पास अध्यापक यूनियन की तरफ से लगातार तीसरे दिन पटियाला-संगरूर रोड पर गांव महमदपुर में पक्का धरना लगाकर भूख हड़ताल की गई। इस दौरान बेरोजगार अध्यापकों द्वारा पंजाब सरकार के विरुद्ध नारेबाजी भी की गई। यूनियन नेताओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदर्शन को तीन दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक किसी भी प्रशासनिक अधिकारी या सरकार के प्रतिनिधि द्वारा यूनियन से बातचीत करने की कोशिश नहीं की गई। जिस कारण यूनियन में काफी रोष है। इस दौरान जहां सोमवार को भूख हड़ताल पर बैठे यूनियन सदस्यों की भूख हड़ताल खत्म करवाई गई, वहीं नए पांच सदस्यों को भूख हड़ताल पर बैठाया गया। मंगलवार को भूख हड़ताल पर हरप्रीत ¨सह, जरनैल ¨सह, संदीप शामा, गुरप्रीत ¨सह, अमन सग्गू भूख हड़ताल पर बैठे।
यूनियन के प्रांतीय प्रधान दीपक कंबोज, पर¨वदर ¨सह, कुलदीप घुम्मण की तरफ से प्रशासन को चेतावनी दी और कहा कि किसी प्रशासनिक अधिकारी द्वारा यूनियन से मांगों पर बातचीत ना की गई तो सरकार के विरुद्ध गुप्त एक्शन के तहत रोड जाम भी किए जाएंगे। जिसकी जिम्मेवारी पंजाब सरकार और प्रशासन की होगी। उन्होंने बताया कि पढ़ाई कर नौकरी के लिए क्वालिफाइड होने के बावजूद अध्यापकों की भर्ती नहीं की जा रही। वहीं, दूसरी ओर विभिन्न शहरों में रोजगार मेले लगाकर युवाओं को रोजगार देने का दिखावा किया जा रहा है। अगर पंजाब सरकार को पंजाब के युवाओं के साथ इतनी हमदर्दी है तो जल्द अध्यापकों को भर्ती करने के लिए नोटीफिकेशन जारी करे। इस अवसर पर गुरप्रीत कंबोज फाजिल्का, अमन फाजिल्का, सुनीता फाजिल्का, रेखा फाजिल्का, प्रियंका फिरोजपुर, रेखा फिरोजपुर, आरुषी के अलावा अन्य बेरोजगार अध्यापक शामिल थे।