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टीचरों ने पंजाब सरकार को रावण बताकर जलाया पुतला

फुल स्केल पर रेगुलर करने की मांग को लेकर संघर्ष पर बैठे 8886 एसएसए/रमसा, मॉडल और आदर्श स्कूल टीचरों के सांझा अध्यापक मोरचा के सदस्यों ने वीरवार को गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब के समक्ष पंजाब सरकार को रावण सरकार बताते हुए पंजाब सरकार का पुतला जलाया। इससे पहले नेताओं ने पुतला फूंकने के लिए लीला भवन से फव्वारा चौक पर स्थित मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल ¨सह के निवास के समक्ष पुतला फूंकने का एलान किया था, लेकिन बाद में प्रोग्राम बदलकर गुरुद्वारा के पास ही जलाया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Oct 2018 07:41 PM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 07:41 PM (IST)
टीचरों ने पंजाब सरकार को रावण बताकर जलाया पुतला
टीचरों ने पंजाब सरकार को रावण बताकर जलाया पुतला

जागरण संवाददाता, पटियाला

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फुल स्केल पर रेगुलर करने की मांग को लेकर संघर्ष पर बैठे 8886 एसएसए/रमसा, मॉडल और आदर्श स्कूल टीचरों के सांझा अध्यापक मोरचा के सदस्यों ने वीरवार को गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब के समक्ष पंजाब सरकार को रावण सरकार बताते हुए पंजाब सरकार का पुतला जलाया। इससे पहले नेताओं ने पुतला फूंकने के लिए लीला भवन से फव्वारा चौक पर स्थित मंडी बोर्ड के चेयरमैन लाल ¨सह के निवास के समक्ष पुतला फूंकने का एलान किया था, लेकिन बाद में प्रोग्राम बदलकर गुरुद्वारा के पास ही जलाया। इस मौके पर भारी संख्या में टीचर मौजूद रहे ।

एक टीचर की हालत बिगड़ी, टीचरों ने लगाया धरना

सुबह आठ बजे के करीब एक टीचर प्रभदीप ¨सह की हालत बिगड़ गई। टीचर की हालत बिगड़ती देख कहा गया कि इससे अस्पताल में दाखिल करवाया जाए, लेकिन मेडिकल सुविधा न मिलने के कारण टीचर भड़क गए और चौक पर धरना लगाते हुए रोड जाम कर दी। हालत यह रही कुछ टीचर सड़कों पर लेट गईं तो कुछ ने सड़क के बीचोंबीच बैठ गईं। इसके बाद प्रभदीप को रा¨जदरा अस्पताल में दाखिल करवाया गया । सरकार कर रही गुमराह

दोपहर को प्रदेश नेता हरदीप ¨सह टोडरपुर, हरजीत ¨सह जीता व डॉ. अमृतपाल ¨सह सिद्धू ने कहा कि बुधवार को शिक्षा मंत्री ओपी सोनी ने कहा है कि 94 प्रतिशत टीचर 15300 पर खुद को रेगुलर करने के लिए आवेदन कर चुके हैं, लेकिन इस बात में बिलकुल भी सच्चाई नहीं है। मौजूदा समय में 94 प्रतिशत टीचरों ने आवेदन नहीं बल्कि वे पंजाब सरकार के फैसले के विरोध में हैं । अगर 94 प्रतिशत टीचरों ने रेगुलर करने के लिए सरकार के पास आवेदन कर दिया है तो सरकार उनका डाटा सार्वजनिक कर दे तो हम अपना संघर्ष खत्म कर देंगे । सरकार यह फैसला उनपर थोपना चाहती है। शिक्षा मंत्री द्वारा अध्यापकों को सोसायटी के मुला•िाम कहे जाने पर कहा कि 2013 में केंद्र की कांग्रेस सरकार के मानवीय संसाधन और विकास मंत्रालय के अंडर सैक्ट्री की तरफ से उस वक्त के डायरेक्टर जनरल स्कूल शिक्षा को पत्र जारी करके इन अध्यापकों का कोई अलग काडर बनाने को गलत करार देते अध्यापकों को विभागीय अध्यापक होने की बात कही थी । उन्होंने कहा कि 450 अध्यापकों को रेगुलर करने के बयान दे रही पंजाब सरकार उक्त टीचरों को कई महीने पहले ही 3582 पोस्टों पर रेगुलर तौर पर ज्वाइन करवा चुकी है। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को 8886 अध्यापकों की तनख्वाह की कटौती को रद्द करने, अध्यापकों को पूरी तनख्वाहें और सहूलत समेत रेगुलर करने सहित अन्य मांगे मानने के लिए पंजाब के अध्यापक, मुला•िाम, किसान, म•ादूर और लोकतांत्रिक जत्थेबंदियां, अध्यापकों के बच्चों, मा-बाप, परिवारों समेत रैली में हिस्सा लेंगे ।


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