सरकारी व प्राइवेट एडिड कॉलेज के अध्यापकों ने दिया धरना
सरकारी कॉलेज व प्राइवेट एडिड कॉलेजों के अध्यापकों ने यूनिवर्सिटी में वीरवार को धरना दिया। इस दौरान अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की।
जागरण संवाददाता, पटियाला
सरकारी कॉलेज व प्राइवेट एडिड कॉलेजों के अध्यापकों ने यूनिवर्सिटी में वीरवार को धरना दिया। इस दौरान अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन कर नारेबाजी भी की। अध्यापकों का यह धरना सातवें पे कमीशन की रिपोर्ट को लागू करवाने के मकसद से दिया गया था। हालांकि इस रिपोर्ट को हरियाणा सहित देश के विभिन्न राज्य लागू कर चुके हैं। जानकारी के अनुसार इस सातवें वेतन कमिश्न को लागू को लागू करने के लिए 39 महीने का 50 फीसद हिस्सा केंद्र सरकार ने देना था। जोकि केंद्र के निर्देशों अनुसार 31 मार्च 2019 से पहले राज्य सरकार से लेना यकीनन बनाने के लिए कहा गया था। गवर्नमेंट कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के प्रधान डा.बर¨जदर ¨सह टोहड़ा ने कहा कि पिछले लंबे समय से सरकारी कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसरों की पोस्टें खाली पड़ी है। जिन पर सरकार को रेगुलर भरनी करनी चाहिए। वहीं दूसरी ओर टोहड़ा ने सरकार से अध्यापकों की विभिन्न समस्याओं का पुख्ता हल करने की मांग की। वहीं दूसरी ओर पीसीसी टीयू के राज्य प्रधान प्रो.बीबी शर्मा ने 1925 अध्यापकों को रेगुलर करन व एडिड कॉलेजों की वित्ती समस्या को हल करने की मांग की। इसके अलाव पंजाबी एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी लुधियाना की अध्यापक जत्थेबंदी के प्रधान डॉ. एचएस ¨कगर ने सातवें वेतन कमिश्न को जल्द लागू करने की मांग की। इस मौके प्रधान बर¨जदर ¨सह टोहड़ा ने कहा कि अगर इस धरने के बाद भी सरकार ने अध्यापकों की मांगों को पूरा नहीं किया तो संघर्ष को ओर तेज किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। टोहड़ा ने कहा कि 20 फरवरी को सभी अध्यापक सामूहिक छुट्टी लेकर चंडीगढ़ में होने वाले रोष प्रदर्शन में पहुंचेगे। इस मौके पर डॉ.जस¨वदर बराड़, डॉ.बलवीर ¨सह, बल¨जदर ¨सह, प्रो. सतनाम ¨सह संधू, प्रो र¨जदरपाल ¨सह बराड़, प्रो.गुरनाम ¨सह विर्क, प्रो.सुख¨जदर ¨सह बूटर सहित विभिन्न अध्यापक मौजूद रहे।