आरोपित रिटायर ईटीओ को काबू करने के लिए तीन जगह रेड की पुलिस ने
चोरी के इलजाम से परेशान होकर नहर में कूदने वाले राम चंद्र के मामले में आरोपित रिटायर ईटीओ भगवान ¨सह व उसकी पत्नी मलकीत कौर को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने रविवार को तीन जगह पर रेड की।
जागरण संवाददाता, पटियाला
चोरी के इलजाम से परेशान होकर नहर में कूदने वाले राम चंद्र के मामले में आरोपित रिटायर ईटीओ भगवान ¨सह व उसकी पत्नी मलकीत कौर को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने रविवार को तीन जगह पर रेड की। पुलिस टीम ने पहले नाभा में रेड की, जिसके बाद ललीना व सनौर इलाके में भी छापा लेकिन यहां पर आरोपित नहीं मिले। उधर पांचवे दिन भी पुलिस मुलाजिमों व गोताखोरों को राम चंद्र की लाश नहर से बरामद नहीं हो पाई। पसियाणा, बेलुमाजरा व शुतराना और खनौरी में मुलाजिमों ने गोताखोरों को मृतक की तस्वीर व मोबाइल नंबर सौंप दिए हैं। जिसके बाद यह मुलाजिम वापिस लौट आए। वहीं नहर से मृत निकाले सात साल के युवराज की लाश का पोस्टमार्टम भी नहीं हो पाया है।
धरने की तैयारी में परिवार
इस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी न होने से परिवार के मेंबर व राम चंद्र के सभी रिश्तेदार खफा हैं। रिश्तेदार इंद्र बहादुर ने कहा कि अभी तो वह आरोपितों की गिरफ्तारी का इंतजार कर रहे हैं। यदि सोमवार को आरोपित काबू नहीं किए तो मजबूरन इनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरना देना पड़ेगा।
बता दें कि राम चंद्र थापर यूनिवर्सिटी में मैस कुक का काम पिछले करीब आठ साल से कर रहा था। वहीं माडल टाउन स्थित एक रिटायर ईटीओ की कोठी में बतौर किराएदार रहने लगा। इस कोठी में राम चंद्र की पत्नी बतौर नौकरानी काम करने लगी और राम चंद्र भी कोठी में काम करता था। यह लोग करीब चार साल से इस कोठी में रह रहे थे। कुछ समय पहले उक्त ईटीओ के घर में करीब चार लाख रुपए के गहने व कैश की चोरी हो गई तो इसका आरोप राम चंद्र पर लगा दिया था। राम चंद्र की पत्नी बसंती के अनुसार करीब एक हफ्ते से मकान मालिक उन्हें मानसिक तौर पर परेशान कर रहा था, जिस वजह से राम चंद्र डिप्रेशन में आ गया। बुधवार को वह पत्नी व बच्चों के साथ पैदल ही घर से यह कहकर निकला कि थोड़ी देर में वापिस आएगा। इसके बाद चारों नाभा रोड से पसियाणा के तरफ जाती भाखड़ा नहर के किनारे पहुंचे, यहां पर राम चंद्र अपनी पत्नी व दोनों बच्चों सहित नहर में कूद गया था। आसपास लोगों ने चारों को डूबते देखा तो शोर मचा दिया, जिसके बाद भोले शंकर डाइवर्स क्लब के गोताखोरों ने मां-बेटी को ¨जदा बचा लिया। वहीं सात वर्षीय युवराज को बाहर निकाला तो उसकी मौत हो चुकी थी। इस मामले में बसंती की कंप्लंट पर पुलिस ने भगवान ¨सह व उसकी पत्नी मलकीत कौर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था।