Move to Jagran APP

आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने को अपडेट होगा निगम

सीएम सिटी की सड़कों को आवारा कुत्तों से मुक्त करने के लिए प्रयास शुरू होने जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 06:21 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 06:21 PM (IST)
आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने को अपडेट होगा निगम
आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने को अपडेट होगा निगम

संजय वर्मा, पटियाला

loksabha election banner

सीएम सिटी की सड़कों को आवारा कुत्तों से मुक्त करने के लिए प्रयास शुरू होने जा रहे हैं। नगर निगम की ओर से स्ट्रलाइजेशन के अलावा अभी तक कुत्तों को लेकर कोई दूसरे प्रबंध नहीं किए गए थे। शहर को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर डेवलप करने की कवायद में आवारा कुत्तों को लेकर पॉलिसी बनने जा रही है। मेयर के मुताबिक आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए निगम अपने सिस्टम को अपडेट करने जा रही है। वहीं एनिमल लवर्स के मुताबिक यदि नगर निगम डॉग पौंड बनाती है तो एक साथ इन कुत्तों का रहना मुश्किल है।

सोसायटी फॉर प्यूपल वेलफेयर एंड अवेयरनेस के प्रधान डॉ. डीएस भुल्लर पटियाला शहर को स्ट्रे डॉग फ्री बनाने के लिए मुहिम चलाने जा रहे हैं। हाल ही में नाभा में सात साल के मासूम को कुत्तों के नोंच खाने के बाद एक बार फिर आवारा कुत्तों का मुद्दा भड़क गया है। डॉ. भुल्लर के मुताबिक यदि अभी से कुत्तों के आतंक का इलाज न किया गया तो भविष्य में काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। इस समस्या को लेकर डॉ.भुल्लर की सोसायटी 25 मई को नगर निगम बिल्डिंग के पार्क में पब्लिक मी¨टग करने जा रहे हैं। यहां मेयर और निगम कमिश्नर से जवाब मांगा जाएगा।

(बाक्स फोटो 08)

कुत्तों के आतंक से शहरवासी परेशान

सड़कों पर कुत्तों की बढ़ती आबादी शहरवासियों के लिए सिरदर्द है। बच्चों को काट खाने की घटनाओं के साथ-साथ स्वच्छता अभियान पर भी ग्रहण है। एक ओर पटियाला को खुले में शौचमुक्त करने की योजना चल रही है। वहीं आवारा कुत्ते खुलेआम सड़कों पर गंदगी फैला रहे हैं। सरकार और प्रशासन इस समस्या को लेकर गंभीर नहीं है। आवारा कुत्तों की समस्या को लेकर ही नगर निगम के पार्क में वे 25 मई को पब्लिक मी¨टग करने जा रहे हैं।

डॉ.डीएस भुल्लर, प्रधान सोसायटी फॉर प्यूपल वेलफेयर एंड अवेयरनेस

(बाक्स फोटो 10)

स्ट्रलाइजेशन सिस्टम होगा अपडेट

आवारा कुत्तों की संख्या कम करने के लिए नगर निगम के सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है। इसके लिए विशेष फंड जारी किए जाएंगे। केंद्र सरकारी की एबीसी पॉलिसी के तहत कानूनी दायरे में रहते हुए समस्या का हल निकाला जाएगा। डॉग पौंड के लिए अगर कानूनी अड़चन न आई तो इस पर भी विचार किया जाएगा।

संजीव शर्मा बिट्टू, मेयर नगर निगम

(बाक्स फोटो 6)

नहीं बन सकता डॉग पौंड

कानूनन डॉग पौंड नहीं बन सकता। नगर निगम की ओर से स्ट्रलाइजेशन सही ढंग से नहीं की जाती। सड़कों पर घूम रहे कुत्तों का सर्वे तक नहीं हुआ। जब भी स्ट्रलाइजेशन अभियान चलाया जाता है तो वेक्सीनेशन के बाद कुत्तों को टैग तक नहीं लगाए जाते। ऑपरेशन के बाद कुत्तों को गलत जगह छोड़ दिया जाता है। इस कारण नुकसान होता है। जो कुत्ते नहीं पकड़े जा रहे वह कुत्तों की प्रोडक्टीविटी कर रहे हैं। दूसरे राज्यों में चले स्ट्रलाइजेशन सिस्टम की कई बार निगम अधिकारियों को दिखाने के बाद भी सिस्टम में सुधार नहीं है। जब तक सही ढंग से स्ट्रलाइजेशन नहीं होता और नसबंदी के बाद कुत्ते को टैग नहीं लगाया जाता तब तक समस्या का हल नहीं हो सकता।

प्राप्ति बजाज, एनिमल लवर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.