जिले के 12 सरकारी स्कूल बनेंगे ' स्मार्ट '
जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर उंचा उठाने के लिए 12 स्कूलों को बतौर स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए चुना गया है।
सुरेश कामरा, पटियाला
जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर उंचा उठाने के लिए 12 स्कूलों को बतौर स्मार्ट स्कूल बनाने के लिए चुना गया है। शिक्षा विभाग इन स्कूलों में जिले के मॉडल स्कूलों की तरह अकादमिक व खेल सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। इसके साथ ही इन स्कूलों में खेल मैदान सहित अन्य सुविधाएं व उपकरण भी मुहैया करवाए जाएंगे। जिला शिक्षा विभाग की तरफ से स्मार्ट स्कूलों को तैयार करने की प्रक्रिया जारी है। सभी स्कूल सीनियर सेकेंडरी हैं। उनमें से 10 स्कूल ग्रामीण इलाकों में हैं, जबकि दो स्कूल शहरी इलाके में हैं ।
ये स्कूल चुने गए हैं
सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल मंसूरपुर, धंगेड़ा, देवीगढ़, मंशीगण, लोह¨सबली, बहादुरगढ़, डकाला, सियोणा, खेड़ा गज्जू, तेपला, वजीदपुर समाना एवं सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल वार्ड 16 समाना शामिल है । ये होंगी सुविधाएं
चुने गए स्मार्ट स्कूलों में यह सुविधाएं उपलब्ध होंगी । 20 क्लास रूम, आरओ सिस्टम, लाइब्रेरी, लाइब्रेरी बुक्स, उपकरणों के साथ साइंस लैब, उपकरणों के साथ बायो, केमिस्ट्री व फिजिक्स लैब, आईसीटी या एजूसैलट लैब, लड़के व लड़कियां स्टूडेंट्स के लिए शौचालय, महिला व पुरुष टीचरों के लिए अलग अलग शौचालय, छह फीट उंची स्कूल की चारदीवारी, मुख्य गेट, ग्रीन बोर्ड, फर्नीचर, लैंड स्के¨पग व पौधे, डाइ¨नग हाल, किचन, 10 किलोवाट का सोलर सिस्टम एवं पे¨टग व रंग होने बहुत जरूर हैं। हर स्मार्ट स्कूल में उक्त मैटीरियल सहित सुविधाएं होंगी। ऐसे में उक्त सुविधाएं देने के लिए जिला शिक्षा विभाग स्कूलों में अपने स्तर पर प्रयास कर रहा है । प्रयास जारी हैं : डीईओ
डीईओ कमल कुमारी का कहना है कि जिले में 12 स्कूल बतौर स्मार्ट स्कूल अपडेट किए जा रहे हैं। उनमें हर तरह की जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी । शिक्षा विभाग ने कहा है कि फंड की कमी नहीं आने दी जाएगी । वहीं उनके साथ ही जिला सहायक शिक्षा अधिकारी (खेल) जगतार ¨सह टिवाणा बताते है कि स्मार्ट स्कूलों में खेल सुविधाएं दी जाएंगी । ऐसे में स्कूलों की चे¨कग की जा रही है वहां पर किस तरह की कमियां हैं ताकि उनको समय रहते दूर किया जा सके ।