मानवता की ज्योति संत-महापुरुषों के प्रयास से ही जागृत : सुधांशु महाराज
कलयुग में संतों, महापुरुषों और ज्ञानी जनों के प्रयासों से ही धर्म एवं मानवता की ज्योति जागृत है ।
जागरण संवाददाता, पटियाला
कलयुग में संतों, महापुरुषों और ज्ञानी जनों के प्रयासों से ही धर्म एवं मानवता की ज्योति जागृत है । वर्तमान युग में संत अपनी चेतना शक्ति के प्रकाश की ओर से संसार के अंधकार को मिटाने के लिए चन्द्रमा बन कर धरती को न केवल आलोकित कर रहे हैं बल्कि लोगों को ईश्वर के साथ जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं । ऐसे में हर व्यक्ति को किसी भी संत महापुरुष को अपना गुरु बनाना चाहिए । गुरु के बगैर तो कोई भी देवता तक अछूता नहीं रहा है ।
ये विचार शनिवार को राजपुरा रोड पर स्थित पटियाला फोर्ट पैलेस में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में विश्व जागृति मिशन के पटियाला मंडल की ओर से आयोजित करवाए गए भक्ति सत्संग में सुधांशु जी ने रखे । पहले दिन का सत्संग समारोह शाम पांच से शुरु हुआ जो रात आठ बजे तक जारी रहा । दूसरे दिन का प्रवचन प्रोग्राम रविवार सुबह 10 बजे शुरु होगा जो दोपहर तक जारी रहेगा । श्रद्धालुओं से भरे हाल में पहले दिन बतौर मुख्य मेहमान सेहत मंत्री ब्रह्म महिन्दरा ने शिरकत की । उन्होंने सुधांशु जी को पुष्पमाला अर्पित करके उनसे आशीर्वाद हासिल लिया । पटियाला मंडल ने भी उनका स्वागत किया । ब्रह्म म¨हद्रा ने अपने संबोधन में कहा कि गुरुदेव के
उनके पटियाला आगमन पर भरपूर स्वागत किया और कहा कि उनके चरण पड़ने से पटियाला आगमन पर शहर की धरती धन्य हो गई है । मुख्य अतिथि के
रूप में उनके साथ हरप्रीत म¨हद्रा जी उपस्थित रहीं । सुधांशु जी ने अपने प्रवचनों की गंगा में कहा कि ईश्वर किसी को कम या ज्यादा नहीं देता है बल्कि वो हर एक को बराबर या फिर कर्म की गति के मुताबिक देता है । लेकिन लोग यह समझते है कि भगवान उनको कम और दूसरों को अधिक देता है । प्रेस सचिव अजय गुप्ता के मुताबिक समारोह विश्व जागृति मिशन के प्रधान अजय अलीपुरिया की देखरेख में हुआ जबकि पंजाब के अन्य जिलों से आए मिशन के पदाधिकारियों ने सहयोग किया ।रविवार को सुबह 10 बजे समारोह शुरु होगा ।