पंजाब में बिजली की मांग पिछले साल के मुकाबले 33 फीसद ज्यादा
जागरण संवाददाता, पटियाला पंजाब में धान के लिए कृषि खपतकारों को बिजली की सप्लाई शुरू होने से पंजाब
जागरण संवाददाता, पटियाला
पंजाब में धान के लिए कृषि खपतकारों को बिजली की सप्लाई शुरू होने से पंजाब में पिछले साल 2017 के मुकाबले 33 प्रतिशत बिजली की मांग में बढ़ोतरी हो गई है। पावरकॉम के सीएमडी इंजी. बलदेव ¨सह सरा ने बताया कि कल 21 जून पावरकॉम ने 2398.08 लाख यूनिट बिजली की मांग पूरी की, जबकि पिछले साल 21 जून 2017 को यह मांग 1804.73 लाख यूनिट थी। इस बार 21 जून पीक डिमांड 10832 मेगावाट रही, जोकि बीते साल 21 जून को 8819 मेगावाट थी।
पंजाब के हाइडल प्रोजेक्टों में पानी की आमद और पानी का स्तर कम होने के कारण हाइडल जनरेशन का उत्पादन कम हुआ है। सीएमडी ने बताया कि पिछले साल 21 जून को हाइडल प्रोजेक्टों का उत्पादन 181.89 लाख यूनिट था, जबकि इस साल 21 जून को 128.65 लाख यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। इसी तरह बीबीएमबी से बीते साल 21 जून को 156.30 लाख यूनिट उत्पादन प्राप्त हुआ था जोकि इस साल 21 जून को 141.81 लाख यूनिट प्राप्त हुईं। उन्होंने बताया कि गोइंदवाल थर्मल प्लांट पंजाब को कोई बिजली नहीं दे रहा जिस से 491 मेगावाट बिजली मिलने की आस थी। सरां ने बताया कि तकनीकी खामियों के कारण पावरकॉम की तरफ से किए लांग टर्म समझौते के अधीन केंद्रीय सेक्टर के चार प्लांटों जिनमें दामोदर वैली निगम से 184 मेगावाट, रिहांद से 50 मेगावाट, कोस्टल गुजरात पावर लिमटिड, मदुरा और सासन प्लांट से 50 मेगावाट बिजली प्राप्त नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि पंजाब के प्राईवेट थर्मल प्लांट राजपुरा और तलवंडी साबो थर्मल प्लांटों ने अधिक मात्रा में बिजली का उत्पादन किया है। सरां ने बताया कि पावरकॉम ने बैं¨कग प्रणाली अधीन 1700 मेगावाट बिजली उपलब्ध करवाने के लिए प्रबंध किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में बिजली की सप्लाई की निगरानी लगातार की जा रही है। यदि भविष्य में बिजली की और मांग की •ारूरत पड़ी तो शॉट टर्म खरीद समझौते द्वारा बिजली के प्रबंध किए जाएंगे।