क्लेरीकल स्टाफ कलमछोड़ हड़ताल पर, कामकाज ठप होने से पब्लिक परेशान
पंजाब स्टेट मनिस्ट्रीयल सर्विस यूनियन की हड़ताल के चलते डीसी दफ्तर सहित विभिन्न सरकारी दफ्तरों में क्लेरीकल का कामकाज ठप रहा।
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जागरण संवाददाता:पटियाला
पंजाब स्टेट मनिस्ट्रीयल सर्विस यूनियन की हड़ताल के चलते डीसी दफ्तर सहित विभिन्न सरकारी दफ्तरों में क्लेरीकल का कामकाज ठप रहा। जिसके चलते आम जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी। हालांकि इस हड़ताल दौरान विभागीय अफसरों ने पब्लिक का काम निपटाने की कोशिश भी की। पर जो काम कलर्क लेवल का था, बिलकुल बंद रहा। दूसरी ओर तहसील दफ्तर में प्रापर्टी की रजिस्ट्रेशन करने का काम दिन भी जारी रहा। जिसके चलते प्रापर्टी की रजिस्ट्री करवाने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पड़ी। ---रोष रैली कर मुलाजिमों ने जताया सरकार के खिलाफ रोष
जानकारी अनुसार पंजाब स्टेट मनिस्ट्रीयल सर्विस यूनियन द्वारा अपनी मांगे पूरी करवाने को लेकर रोष रैली निकाली गई। इस रैली में डीसी दफ्तर, पीडब्ल्यूडी दफ्तर, आरटीए दफ्तर,एसडीएम दफ्तर के अलावा विभिन्न दफ्तरों के मुलाजिमों ने हिस्सा लिया। इस दौरान जिला प्रधान गुरमीत ¨सह वालिया ने रैली की अगुवाई करते कहा कि मुलाजिम पिछले लंबे समय से अपनी मांगो को लेकर संघर्ष कर रहे है। पर सरकार मुलाजिम मांगो को अनदेखा करने पर लगी हुई है। जिसके चलते मुलाजिमों में काफी रोष है। इस रोष के चलते मुलाजिमों ने तीन दिवसीय कलमछोड़ हड़ताल शुरू करने का फैसला लिया। इस दौरान खुश¨वदर कुमार ने बताया कि वीरवार को मुलाजिमों द्वारा काले बिल्ले लगाकर रोष प्रदर्शन किया जाएगा। इस हड़ताल के दौरान किसी भी सरकारी दफ्तर में मुलाजिम काम नहीं करेंगे। रैली में जसबीर ¨सह वेरका, अनिल कुमार, पवन शर्मा, गगनदीप ¨सह, गुरप्रीत ¨सह, दलबीर ¨सह, कृष्ण पाल ¨सह, केसर ¨सह, जसप्रीत ने भी रैली को संबोधित किया। ---गाड़ी की आरसी ट्रांसफर करवानी थी। फाइल तैयार करवाई ओर जमा करवाने दफ्तर में गया तो पता चला कि कलेरीकल स्टाफ तीन दिन की हड़ताल पर है। अगर क्लेरीकल स्टाफ हड़ताल पर था तो अधिकारियों को दूसरे स्टाफ को पब्लिक का कामकाज करने के लिए लगाना चाहिए था। पर यहां सभी लोग दफ्तर से बिना काम करवाए ही वापिस जा रहे हैं।---मनप्रीत ¨सह ---मैरिज रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए मिनी सचिवालय में आए थे। पर यहां क्लेरीकल स्टाफ हड़ताल पर होने के कारण बिना काम करवाए ही वापिस जाना पड़ा। हालांकि दफ्तर में अधिकारी मौजूद थे। पर कुछ दफ्तरी कर्मचारी फाइल को अपने पास जमा कर रहे थे। प्रशासनिक अधिकारियों को चाहिए था कि पब्लिक का कामकाज करने के लिए अलग से प्रबंध किया जाता। ताकि पब्लिक को काम करवाने के दौरान किसी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़ती।---मनप्रीत कौर ---यह है मुलाजिमों की मांगे
-वेतन कमिश्न जल्द लागू करना
-23 महीने का डीए का बकाया जारी करना
-2004 के बाद भरती मुलाजिमों पर पेंशन स्कीम लागू करना
-नए भरती मुलाजिमों को पूरा स्कूल देना
-कच्चे मुलाजिमों को रेगुलर करना