सेमेस्टर एग्जाम की एडवांस फीस वसूल करेगी यूनिवर्सिटी
पंजाबी यूनिवर्सिटी के पास अब अपने मुलाजिमों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं है। जिसके कारण अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नया फरमान जारी कर दिया है।
जागरण संवाददाता, पटियाला
पंजाबी यूनिवर्सिटी के पास अब अपने मुलाजिमों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं है। जिसके कारण अब यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नया फरमान जारी कर दिया है। इस फरमान के चलते यूनिवर्सिटी अब स्टूडेंट्स से एडवांस फीस वसूल करने जा रही है। ताकि समय पर अपने मुलाजिमों को सैलरी जारी कर सके। बता दें कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने स्टूडेंट्स से एडवांस फीस वसूलने को लेकर अजब फरमान जारी कर दिया। बता दें कि पहले नवंबर, दिसंबर की समेस्टर परीक्षा व फार्म जमा करवाने की 30 सितंबर की तारीख रखी गई थी। पर जारी किए फरमान में फीस भरने की तारीख बिना लेट फीस 15 ओर फार्म जमा करवाने की तारीख 30 सितंबर रख दी गई। इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा एक सर्कुलर भी जारी किया गया है। यूनिवर्सिटी के इस फरमान को लेकर स्टूडेंट्स जत्थेबंदियां रोष जता रही हैं। -- 15 सितंबर के बाद लगेगी लेट फीस
जानकारी अनुसार पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए सर्कूलर के बाद अब नवंबर, दिसंबर की समेस्टर परीक्षा की फीस स्टूडेंट्स को 15 सितंबर तक जमा करवानी होगी। इसके बाद स्टूडेंट्स को फीस जुर्माने सहित फीस जमा करवानी पड़ेगी। यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा जारी किया सर्कुलर समूह अध्यापन विभाग, नेबरहूड कैंपस, रिजनल सेंटर, कांस्टीच्यूट कॉलेज के अलावा यूनिवर्सिटी से संबंधित विभिन्न कॉलेजों भेजकर स्टूडेंट्स से तुरंत फीस जमा करवाने के निर्देश जारी किए हैं। उधर यूनिवर्सिटी के इस फरमान के बाद स्टूडेंट्स ¨चता में हैं। क्योंकि फीस भरने के सिर्फ 8 दिन बाकी रह गए हैं। जबकि पहले 23 दिन बाकी थे। ---दफ्तरी कारणों के चलते बदली तारीख
पंजाबी यूनिवर्सिटी द्वारा जारी किए सर्कूलर में डीन एकेडमिक डॉ. जीएस बत्रा ने कहा है कि नवंबर, दिसंबर की समेस्टर परीक्षा की फीस व फार्म भरने की तारीख 30 तारीख रखी गई थी। पर दफ्तरी कारणों के चलते अब यह तारीख बदल दी गई है। जिसके तहत फीस भरने की तारीख 15 सितंबर कर दी गई। वहीं दूसरी ओर फार्म जमा करवाने की तारीख वही 30 सितंबर ही रहेगी। यह सर्कलर डीन कॉलेज को भी आगे यूनिवर्सिटी से संबंधित कॉलेजों को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। ---बैंक यूनिवर्सिटी को कर सकता है डिफालटर घोषित
जानकारी अनुसार पिछले लंबे समय से पंजाबी यूनिवर्सिटी एसबीआई से लोन लेती जा रही है। जिसके तहत मौजूदा समय में यूनिवर्सिटी करीब 120 करोड़ रूपए की कर्जदार है। इस महीने यूनिवर्सिटी ने बैंक का 80 करोड़ रूपए का लोन वापिस देना है। अगर यूनिवर्सिटी लोन वापिस करती है तो खाते में मुलाजिमों को सैलरी देने के लिए पैसे नहीं बचते। दूसरी ओर अगर सैलरी जारी करती है तो बैंक को लोन वापिस नहीं किया जा सकता। इस महीने अगर यूनिवर्सिटी लोन वापिस नहीं करती, के बाद यूनिवर्सिटी को बैंक डिफाल्टर घोषित कर सकता है। ---अपने फायदे के लिए यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स पर डाल रही बोझ
पंजाबी यूनिवर्सिटी की सैफी जत्थेबंदी के पूर्व प्रधान हर¨वदर ¨सह संधू ने कहा कि यूनिवर्सिटी अपने फायदे के लिए स्टूडेंट्स पर बोझ डाल रही है। हर स्टूडेंट्स का अपना-अपना बजट है। गरीब स्टूडेंट्स कहां से आठ दिन में फीस का इंतजाम करेगा। यूनिवर्सिटी को तुरंत अपना यह फैसला वापिस लेना चाहिए। यूनिवर्सिटी को खुद अपने खर्च कम व अपने स्तर पर मुलाजिमों की सैलरी का इंतजाम करना चाहिए।