पुलिस को चकमा देकर सीएम हाउस के बाहर दिया धरना
बराड़ गैस एजेंसी से 10 वर्कर निकाले जाने के बाद रोष जता रहे गैस एजेंसी वर्कर यूनियन के सदस्य आज सोमवार को पुलिस को चकमा देकर मुख्यमंत्री निवास के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।
जागरण संवाददाता, पटियाला
बराड़ गैस एजेंसी से 10 वर्कर निकाले जाने के बाद रोष जता रहे गैस एजेंसी वर्कर यूनियन के सदस्य आज सोमवार को पुलिस को चकमा देकर मुख्यमंत्री निवास के बाहर पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे। सीएम हाउस के बाहर रोष प्रदर्शन होता देख सुरक्षा कर्मियों के भी होश उड़ गए। जैसे तैसे उन्होंने गैस एजेंसी वर्करों को समझाते हुए उनकी मांगों को गौर करने का आश्वासन दिया। गैस एजेंसी वर्कर परिवारों को साथ मुख्यमंत्री निवास तक पहुंचे। इससे पहले न्यू मोती बाग पैलेस के दोनों तरफ लगे नाकों से गैस एजेंसी वर्कर बहाना लगा कर सीएम हाउस तक पहुंचे। गैस एजेंसी वर्करों के मुताबिक जहां चिड़ी भी पर नहीं मार सकती का दावा किया जाता है, वहां वर्करों ने परिवारों सहित धरना दिया है।
धरना दे रहे गैस एजेंसी वर्करों के नेता सुरजीत ¨सह और सतपाल ¨सह ने कहा कि मिनिमम सैलरी लागू करने के लिए पिछले लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है। बराड़ गैस एजेंसी को नोटिस और चालान काटे जाने के बाद बदली लेते हुए एजेंसी मालिक ने 10 वर्करों को नौकरी से निकाल दिया। इसके खिलाफ उनका संघर्ष पिछले समय से चला आ रहा है, परंतु कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री कै.अम¨रदर ¨सह ने हर घर नौकरी देने का वादा किया है, इसलिए वे मुख्यमंत्री निवास के बाहर धरने पर बैठे हैं। गैस एजेंसी वर्करों की मांगों में सैलरी बैंक एकाउंट के माध्यम से मिले, योग्य वेतन लागू हो और गैस एजेंसी से निकाले गए वर्करों को बहाल किया जाए। इस अवसर पर सुभाष, त्रिलोक, पर¨वदर, बल¨वदर और हिरावल दस्ता ग्रुप के नेता राम चंद लहल, इफटू के सु¨रदर ¨सह खालसा, कश्मीर बिल्ला मौजूद थे।
घर जाने का बहाना बना पहुंचे सीएम हाउस
मुख्यमंत्री निवास के दोनों तरफ लगे नाकों पर पूछताछ के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि ये उनके घर को जाने का रास्ता है वे परिवार सहित घर जा रहे हैं। परंतु सीएम हाउस के पास उन्होंने झंडे और बैनर निकाल लिए। सीएम हाउस के बाहर अचानक हुई नारेबाजी के बाद पुलिस सुरक्षा कर्मी वहां पहुंचे। धरना खत्म न होता देख पुलिस अधिकारियों ने भी लहजा सख्त करते हुए उनको मांगों को मुख्यमंत्री की पत्नी पूर्व विदेश राज्य मंत्री परनीत कौर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। परनीत कौर से बात कराने के आश्वासन पर प्रदर्शनकारी वहां से हटे।