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देसी अंडे खाते-खाते बनाई नाभा एसबीआइ से कैश लूटने की योजना

नाभा के अनाज मंडी स्थित एसबीआइ की ब्रांच के बाहर पचास लाख रुपये लूटने का प्लान अमनजीत ¨सह ने बनाया था। संगरूर में किराये के मकान में रहने वाला अमनजीत ¨सह देसी अंडे खाने का शौकीन था।

By JagranEdited By: Published: Thu, 15 Nov 2018 07:58 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 11:38 PM (IST)
देसी अंडे खाते-खाते बनाई नाभा एसबीआइ से कैश लूटने की योजना
देसी अंडे खाते-खाते बनाई नाभा एसबीआइ से कैश लूटने की योजना

प्रेम वर्मा, पटियाला

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नाभा के अनाज मंडी स्थित एसबीआइ की ब्रांच के बाहर पचास लाख रुपये लूटने का प्लान अमनजीत ¨सह ने बनाया था। संगरूर में किराये के मकान में रहने वाला अमनजीत ¨सह देसी अंडे खाने का शौकीन था। इस शौक के चलते वह अकसर ही अनाज मंडी नाभा में एक रेहड़ी पर आता था। इस रेहड़ी के सामने ही बैंक की ब्रांच थी, इस ब्रांच में कैश लाने का इंतजाम की रेकी अमनजीत ¨सह करने लगा। उसने देखा कि गाड़ी ब्रांच से दूरी पर खड़ी होती है और कैश का ट्रंक हाथ में उठाकर ले जाते हैं और कैश उतारे जाने के बाद कार बाहर ही निकल जाती है। ऐसे में अमनजीत ¨सह को यह टारगेट सरल लगा और उसने जगदेव ¨सह के साथ मिलकर इस प्लान को अंजाम देने का फैसला किया। घटना वाले दिन वह पटियाला गेट से ही इन लोगों का पीछा कर रहा था और अनाज मंडी पहुंचते ही लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट के लिए यह लोग तीन हथियार साथ में लेकर आए थे।

महज बीस हजार रुपये के लिए लुटेरा बना जगदेव ¨सह

जगदेव ¨सह बेरोजगार था तो पिछले पांच सालों से अधिक समय से वह अमनजीत ¨सह के साथ रहने लगा। तेल टैंकर से लेकर हथियार व अन्य सभी प्रॉपर्टी व गाड़ियां अमनजीत ¨सह के नाम पर ही है। अमनजीत ¨सह लूट के बाद जगदेव ¨सह को कुछ देता था। यह पैसा दस हजार रुपये लेकर तीस हजार रुपये तक होती थी। लूट की पूरी रकम अमनजीत ¨सह अपने पास ही रखता था। अनाज मंडी नाभा में कैश लूटने के बाद बैग में भरने के बाद वह संगरूर स्थित किराये के मकान में चले गए थे। बुलेट को कमरे के अंदर ही रखा और पैसों से भरे बैग को भी यहीं पर रख दिया, जबकि सरकारी ट्रंक को तोड़ने के बाद रास्ते में ही फेंक दिया था।

पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की

एसएसपी मंदीप ¨सह सिद्धू ने बताया कि घटना के समय वह नाभा में एक प्रोग्राम में थे, जहां पर उनका सम्मान था। जैसे ही वह माइक पर संबोधित करने पहुंचे तो कंट्रोल रूम से लूट की सूचना आई। इसके बाद तुरंत अधिकारियों को घटनास्थल पर रवाना कर दिया और चार घंटे के अंदर ही आरोपित गिरफ्तार कर लिए। इन आरोपितों ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी। पहले की लूट की वारदातों में कभी हेलमेट पहने थे तो कभी हेलमेट व पगड़ी का इस्तेमाल किया। वहीं अनाज मंडी थाना की ब्रांच में लूट के लिए दोनों ही आरोपित पगड़ी पहन कर आए थे।


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