मौखिक आदेश हवा में, अब लिखित चेतावनी दे मैन्युअल व्हीकल फिटनेस बंद करने को कहा
पिछले समय से गाड़ियों के फिटनेस सर्टिफिकेट मैन्युअल तौर पर जारी करने का काम चल रहा है। इससे सरकारी खजाने को चपत लगने की आशंका जताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, पटियाला : पिछले समय से गाड़ियों के फिटनेस सर्टिफिकेट मैन्युअल तौर पर जारी करने का काम चल रहा है। इससे सरकारी खजाने को चपत लगने की आशंका जताई जा रही है। अब आरटीओ गुरप्रीत ¨सह ¨थद ने मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर को एक पत्र जारी कर मैन्युअल काम को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं।
मैन्युअल काम बंद न किया तो विभाग को लिखा जाएगा
आरटीए दफ्तर से जारी हुए पत्र में कहा गया है कि अगर जल्द मैन्युअल फिटनेस सर्टिफिकेट जारी करने के काम को बंद नहीं किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को लिखा जाएगा। आरटीओ ने मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के साथ-साथ यह पत्र सचिव राज्य सरकार ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट व स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिशन को भी पत्र भेजकर इस मामले की जानकारी दी है। जिससे मैन्युअल सिस्टम को तुरंत प्रभाव से बंद करवाया जा सके।
बात को कर रहे थे अनसुना
आरटीओ गुरप्रीत ¨सह ने कहा कि गाड़ियों को फिटनेस सर्टिफिकेट मैन्युअल तौर पर जारी करने के मामले को लेकर मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर को कई बार मौखिक तौर पर कहा जा चुका है। इंस्पेक्टर इस बात पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे थे। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर को चाहिए कि वह मैन्युअल विधि के जरिए किए जाने वाले फार्म 38 फिटनेस सर्टिफिकेट को बंद करके आनलाइन सिस्टम के जरिए अप्रूवल प्राप्त करने के बाद वाहन 4.0 सिस्टम में जनरेट किया जाना चाहिए। आरटीए ने कहा कि अगर इस पत्र जारी होने के बाद भी इंस्पेक्टर द्वारा गाड़ियों को मैन्युअल ढंग से फिटनेस सर्टिफिकेट मैन्युल स्लिप के जरिए जारी किए पाए गए तो इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करवाने के लिए डिपार्टमेंट के उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। इस लिए इंस्पेक्टर खुद इस काम को आनलाइन सिस्टम के जरिए करना यकीनी बनाएं।