Patiala News: करोड़ों की जमीन कौड़ियों में प्राइवेट बिल्डर को बेची, एसोसिएशन ने पुडा पर लगाए आरोप
Patiala News पुडा की करोड़ों की जमीन पटियाला डेवलपमेंट अथारिटी ने औने-पौने दाम पर रेजिडेंशियल कैटेगरी में किसी प्राइवेट बिल्डर को बेच दिया। जबकि पीडीए के मास्टर प्लान में यह जमीन कामर्शियल इस्तेमाल के लिए रखी है। सीएम से मामले की शिकायत कर विजिलेंस जांच करवाने की मांग की है।
पटियाला, जागरण संवाददाता: अर्बन एस्टेट फेज दो में स्थित मुख्य गेट के नजदीक पुडा की 2.25 एकड़ जमीन को पटियाला डेवलपमेंट अथारिटी ने औने-पौने दाम पर रेजिडेंशियल कैटेगरी में किसी प्राइवेट बिल्डर को बेच दिया। जबकि पीडीए के मास्टर प्लान में यह जमीन कामर्शियल इस्तेमाल के लिए रखी है। पुडा की विभिन्न रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन ने इस मामले की शिकायत सीएम को भेजकर इसकी विजिलेंस जांच करवाने की मांग की है।
एसोसिएशन के सदस्यों का आरोप है कि अगर इस जमीन को कामर्शियल कोटे में बेचा जाता तो पुडा को करीब 200 करोड़ रुपये तक की अतिरिक्त आय होती, पर पटियाला डेवलपमेंट अथारिटी ने इस जमीन को सिर्फ 36 करोड़ में बेच दिया। जिससे अथारिटी को काफी नुकसान हुआ है। एसोसिएशन ने इस मामले में पुडा अधिकारियों सहित अन्य राजनीतिक नेताओं की मिलीभगत होने की आंशका जताई। उन्होंने कहा कि पीडीए की यह कार्रवाई लोक विरोधी है। इस दौरान एसोसिएशन सदस्यों ने इन फ्लैट के निर्माण पर रोक लगाकर मामले की पड़ताल विजिलेंस से करवाने की मांग की।
इनका कहना है
लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। योजना के तहत जहां जो चीज बननी है, वह तय है। योजना के तहत ही काम किया गया है। -गौतम जैन, चीफ एडमिनिस्ट्रेटर पुडा
अन्य एसोसिएशन सदस्यों ने कोर कमेटी बनाई
ट्राइसेंट अर्बन वेलफेयर एसोसिएशन-फेज दो, इलाइट वेलफेयर सोसायटी फेज दो, सीनियर सिटीजन वेलफेयर सोसायटी और ग्रीन एवेन्यू वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्यों ने मामले को लेकर बुधवार शाम को मीटिंग की। मीटिंग में ट्राइसेंट अर्बन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान परमजीत सिंह विर्क, इलीट वेलफेयर सोसायटी फेज दो के महासचिव तेजिंदर सिंह वैदवान के अलावा ग्रीन एवेन्यू वेलफेयर एसोसिएशन के सदस्य मौजूद रहे।
इस दौरान मामले की पैरवी करने के लिए सभी एसोसिएशन की सहमति से कोर कमेटी का गठन किया गया। एसोसिएशन सदस्यों ने कहा कि पीडीए की इस कार्रवाई को लेकर इलाका निवासियों मे काफी रोष है। जिसके चलते सीएम व हाउसिंग एंड अर्बन डेवलपमेंट मंत्री को शिकायत भेजकर मामले की पड़ताल करने की मांग की गई है।