एक साल पहले महिला को लेकर भागा था भांजा, बेटे ने चार साथियों से मिल चलाई थी मामा पर गोली
कहते हैं कि एक गलती कई लोगों पर भारी पड़ जाती है। ऐसा ही कुछ गांव कलवाणु के तरसेम के साथ भांजे की वजह से हो गया। तरसेम सिंह का गांव मूणक वासी भांजा एक शादीशुदा महिला को एक साल पहले घर से भगाकर ले गया था।
जासं, पटियाला : कहते हैं कि एक गलती कई लोगों पर भारी पड़ जाती है। ऐसा ही कुछ गांव कलवाणु के तरसेम के साथ भांजे की वजह से हो गया। तरसेम सिंह का गांव मूणक वासी भांजा एक शादीशुदा महिला को एक साल पहले घर से भगाकर ले गया था। इस महिला के बेटे ने चार साथियों के साथ मिलकर 28 नवंबर की रात को तरसेम का गोली मारकर कत्ल किया था। आरोपित बलविदर सिंह उर्फ बिट्टू को इस बात की रंजिश थी कि तरसेम व उसके भांजे की वजह से मां की जिदगी व परिवार खराब हो गया था। इसके चलते उसने राजू, विक्की, कपिल व जसमेल सिंह उर्फ निक्का के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। महज 18 साल का आरोपित बलविदर सिंह साथियों सहित फरार है। पुलिस ने आरोपितों को नामजद तो कर लिया है मगर अभी किसी भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। एसएसपी विक्रमजीत दुग्गल ने कहा कि केस को तकनीकी व अन्य पहलुओं से जांचने के बाद हल किया है।
ऐसे हुई थी दोनों परिवारों के बीच रंजिश
पुलिस के अनुसार तरसेम का भांजा जब शादीशुदा महिला को भगाकर ले गया था तो उस केस में उसके मामा तरसेम को भी नामजद किया था। कुछ दिन के बाद महिला व भगाने वाले युवक को पुलिस ने पकड़ तो कर लिया, लेकिन महिला के पति ने उसे घर नहीं रखा। महिला के परिवार में दो बेटे व एक बेटी है। इसके बाद महिला ने कैथल वासी सुखदेव सिंह के साथ रहना शुरू कर दिया। ऐसे हालात में बलविदर सिंह आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने लगा और नाबालिग होते हुए चार केसों में नामजद हुआ। बलविदर सिंह को रंजिश थी कि तरसेम की मदद से ही उसके भांजा ने मां को भगाया था। परिवार खराब होने का बदला लेने के लिए बलविदर ने जमानत पर बाहर आने के बाद अन्य दोस्तों के साथ मिलकर पातड़ां में शराब पी थी। इसके बाद दो लोग मिलकर तरसेम के घर पहुंचे और उसका कत्ल कर दिया था।
मां को भी मारने की कोशिश की
तरसेम व उसके भांजे से रंजिश में बलविदर सिंह ने कई बार मां का भी कत्ल करने की कोशिश की थी। उसने कैथल में जाकर फायरिग की थी, लेकिन हमले में वह बच गई। इस मामले में भी बलविदर सिंह को कैथल पुलिस ने नामजद किया है।