मंदिर श्री काली माता में लगा नवरात्र मेला, सफाई का इंतजाम नहीं
श्री काली देवी जी के मंदिर में चैत्र के नवरात्रों का मेला लगा हुआ है । मंदिर में रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना हो रहा है । इसके साथ ही मंदिर के आसपास के इलाकों में दुकानें व धार्मिक सहित समाजिक संस्थाओं के लंगर के स्टाल लगा रखे हैं । ऐसे में संस्थाएं मंदिर के बाहर एकत्रित होने वाली गंदगी से काफी खफा हैं । उन्होंने नगर निगम से मांग की है कि मंदिर के आसपास व माल रोड पर सुबह चार बजे से सफाई सेवकों की ड्यूटी लगाई जाए जो गंदगी को साथ के साथ हटाते रहें ।
जागरण संवाददाता, पटियाला
श्री काली देवी जी के मंदिर में चैत्र के नवरात्र पर रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का आना जाना हो रहा है। इसके साथ ही मंदिर के आसपास के इलाकों में दुकानें व धार्मिक सहित समाजिक संस्थाओं के लंगर के स्टाल लगा रखे हैं । ऐसे में संस्थाएं मंदिर के बाहर एकत्रित होने वाली गंदगी से काफी खफा हैं। उन्होंने नगर निगम से मांग की है कि मंदिर के आसपास व माल रोड पर सुबह चार बजे से सफाई सेवकों की ड्यूटी लगाई जाए, जो गंदगी को साथ के साथ हटाते रहे।
श्री राम चेरिटेबल एंड वेलफेयर सोसायटी के प्रधान वरिदर खन्ना के मुताबिक उनकी तरफ से हर साल नवरात्र में मंदिर के ठीक सामने बारांदरी की तरफ जाने वाले रास्ते के पास चाय व अन्य सामग्री का लंगर लगाया जाता है । उनके साथ ही मंदिर के आसपास अनगिनत लंगर लगाने वाली संस्थाएं आती हैं जो सुबह चार बजे सामग्री बांटती हैं । वे बताते है कि आज सात बजे तक मंदिर के आसपास मालरोड पर गंदगी का आलम रहा । इसके साथ ही मंदिर के बाहर रखे पानी के टैंकर खाली दिखाई दिए, जबकि सुबह के समय हजारों की संख्या में लोग मंदिर में माथा टेकने आते हैं और उसी वक्त लंगर, चाय अन्य व्रत की सामग्री बांटी जाती है। इससे पहले अकाली दल की सरकार के समय सफाई सेवक सुबह 4 बजे से ही ड्यूटी पर आते थे और वे सुबह ही सफाई करते थे।
सफाई सेवकों को जल्दी बुलाएंगे: सेनेटरी इंस्पेक्टर
सेनेटरी इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह ने कहा कि वे सफाई सेवकों को सुबह जल्दी बुलाएंगे। इसके साथ ही वे सोमवार को संस्थाओं की ओर से लगाए जाने वाले स्टालों पर प्रबंधकों को कहेंगे कि वे गंदगी को फेंकने के लिए ड्रम रखें और गंदगी उसमें इकट्ठी करें। रही पानी के टैंकर की बात को आज उन्होंने 10 बजे टैंकर पानी का भरकर भेजा है । वे कहते है कि मंदिर के ठीक बाहर संस्थाएं खुद भी सफाई करती हैं अगर नहीं हो रही है तो वे निगम के कर्मचारियों से सफाई करवाएंगे ।