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जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने की नारी निकेतन की औचक चे¨कग

पिछले दिनों मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड और देवरिया कांड के बाद सुप्रीम की टिप्पणी के बाद जिला प्रशासन द्वारा जिला बाल सुरक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में टीम ने लाहौरी गेट स्थित एडीकेएस याद¨वद्रा पूरन बाल निकेतन की औचक चे¨कग की। टीम ने बाल निकेतन में मौजूद करीब 33 स्टूडेंट्स को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी देने उपरांत उनसे स्टाफ के व्यवहार के बारे में पूछा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Aug 2018 08:10 PM (IST)Updated: Wed, 08 Aug 2018 08:10 PM (IST)
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने की नारी निकेतन की औचक चे¨कग
जिला बाल सुरक्षा अधिकारी ने की नारी निकेतन की औचक चे¨कग

जागरण संवाददाता, पटियाला

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पिछले दिनों मुजफ्फरपुर बालिका गृह दुष्कर्म कांड और देवरिया कांड के बाद सुप्रीम की टिप्पणी के बाद जिला प्रशासन द्वारा जिला बाल सुरक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में टीम ने लाहौरी गेट स्थित एडीकेएस याद¨वद्रा पूरन बाल निकेतन की औचक चे¨कग की। टीम ने बाल निकेतन में मौजूद करीब 33 स्टूडेंट्स को गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी देने उपरांत उनसे स्टाफ के व्यवहार के बारे में पूछा। जानकारी के अनुसार सफाई के अलावा अन्य सभी पहलू बिलकुल ठीक मिले।

जिला बाल सुरक्षा अधिकारी हरप्रीत कौर ने बताया कि विभाग के निर्देशों अनुसार राज्य भर में जिला बाल अधिकारियों ने चे¨कग की है। हालांकि पटियाला में केवल एक ही नारी निकेतन है। जिसकी चे¨कग की गई। वहां मौजूद बच्चों ने सेक्सुअल हरासमेंट संबंधी किसी प्रकार की कोई घटना या परेशानी का जिकर नहीं किया। इस संबंधी भविष्य में भी चे¨कग जारी रहेगी।

नारी निकेतन की चेयरपर्सन उर्मिला पुरी ने बताया कि वो खुद मनोविज्ञानिक चिकित्सक हैं। वो रोजाना एक घंटा स्टूडेंट्स के लिए निकालते हैं और उनकी काउंस¨लग करते हैं। उन्होंने बताया कि वो इस बात का भी खास ध्यान रखते हैं कि स्टूडेंट्स की किसी प्रकार से कोई हरासमेंट तो नहीं हो रही। ताकि उसे तुरंत मौके पर ही हल किया जा सके और अगर कोई इसके लिए जिम्मेवार है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

नारी निकेतन में सुरक्षा गार्ड के अलावा भी महिला कर्मचारी

उर्मिला पुरी ने बताया कि नारी निकेतन के स्टाफ में सुरक्षा गार्ड के अलावा स्टाफ में सभी महिला कर्मचारी हैं। इसके अलावा किसी भी आउटसाइडर को ऑफिस के आगे तक जाने की परमिशन नहीं हैं। नारी निकेतन में एंट्री समेत 4 सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, ताकि किसी तरह की कोई अप्रिय घटना न घट सके। नारी निकेतन आने वाले हर प्रकार के व्यक्ति का एंट्रेंस पर रिकार्ड भी रखा जाता है और किसी भी बच्चे को अडोप्ट करने आए व्यक्तियों का पूरा बेकग्राउंड भी चेक किय जाता है, ताकि बच्चे को सही हाथों में सौंपा जा सके।


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