घायल खिलाड़ियों के पुनर्वासन के लिए खोलूंगा केंद्र : संदीप ¨सह
खिलाड़ी को खेल के मैदान में कई बार इस तरह की चोट लग जाती है जिसके बाद उसका बाद जीवन ही बदल जाता है । कई चोटें ऐसी भी हैं जो खिलाड़ी को खेलने लायक भी नहीं छोड़ती हैं तो उसका जीवन नर्क बनकर रह जाता है ।
जागरण संवाददाता, पटियाला
खिलाड़ी को खेल के मैदान में कई बार इस तरह की चोट लग जाती है जिसके बाद उसका बाद जीवन ही बदल जाता है । कई चोटें ऐसी भी हैं जो खिलाड़ी को खेलने लायक भी नहीं छोड़ती हैं तो उसका जीवन नर्क बनकर रह जाता है । काफी खिलाड़ी वित्तीय हालत खराब होने के कारण जीवन बसर करने में भी दिक्कतों का सामना करते हैं । इस तरह के खिलाड़ियों के लिए मैं पुर्नवासन (री-हैबलीटेशन) केंद्र खोलूंगा जहां पर हर खिलाड़ी का जीवन स्तर सुधारने की मदद की जाएगी ।
इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी संदीप ¨सह ने दैनिक जागरण के साथ माल रोड पर एक रेस्टोरेंट का उद्घाटन करने के बाद कही। उन्होंने कहा वे यह केंद्र नार्थ इंडिया में खोलेंगे जहां पर देश भर से खिलाड़ी संपर्क कर सकेंगे । इस काम के लिए उनका साथ कुछ एनजीओ देंगी और कुछ मदद उनके साथी कर रहे हैं । वे इस संबंध में मदद के लिए सरकार से भी संपर्क करेंगे । उनके जीवन पर बन रही पंजाबी फिल्म सूरमा जिसमें दिलजीत दोसांझ संदीप ¨सह का किरदार निभा रहे हैं में उनको घायल होना दिखाया गया है । खेल के दौरान घायल होने के बाद मुशिकल से जीवन व्यतीत करने वाले सेकड़ों खिलाड़ियों के मैसेज आते है कि उनके जीवन में कैसी परेशानी आई है ।
वे खिलाड़ियों सहित लोगों को शरीर के अंग दान करने के लिए जागरुक करेंगे।। पटियाला के साथ पुराने संबंधों की जानकारी देते कहा कि नर्सरी से तीसरी क्लास तक उसने वुड स्टॉक पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की है और 2002 से 2008 तक उसने एनआईएस में हॉकी की प्रेक्टिस की है । संदीप ¨सह के जीवन पर बन रही पंजाबी फिल्म के बाद कोई और फिल्म बनने या फिर फिल्म में रोल अदा करने के बारे में उनका कहना है कि आफर तो कई जगहों से आ रही है, लेकिन मेरा जीवन केवल खेल जगत को समर्पित है और रहेगा । अकसर देखा गया है कि खिलाड़ी राजनीति में आ रहे है तो उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई फैसला नहीं किया है ।