शराब खरीदने के बाद बचे पैसे न लौटाने पर किया दोस्त का कत्ल
थाना कोतवाली के तहत आते टौबा विजय सिंह निवासी राहुल उर्फ मोनू को उसके दो दोस्तों ने महज इसलिए हत्या कर दी क्योंकि शराब की बोतल खरीदने के बाद उसने पैसे वापस नहीं लौटाए थे।
जागरण संवादताता.पटियाला
थाना कोतवाली के तहत आते टौबा विजय सिंह निवासी राहुल उर्फ मोनू को उसके दो दोस्तों ने महज इसलिए हत्या कर दी क्योंकि शराब की बोतल खरीदने के बाद उसने पैसे वापस नहीं लौटाए थे। आरोपितों ने नौ मार्च की रात को राहुल को घायल किया था, इसके बाद उसे राजिदरा अस्पताल से पीजीआइ में रैफर किया गया। 23 मार्च को इलाज के दौरान राहुल ने दम तोड़ दिया तो कोतवाली पुलिस ने तुरंत आरोपित बंटी और विनय उर्फ बच्ची को गिरफ्तार करने के बाद अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। ये तीनों ही जूते बनाने का काम करते हैं और आपस में दोस्त थे।
एएसआइ बिक्रमजीत सिंह ने कहा कि घटना के बाद राहुल की मां के बयानों पर आरोपितों के खिलाफ धारा 307 आईपीसी का मामला दर्ज किया था, लेकिन राहुल की मौत के बाद कत्ल की धारा में बढ़ोतरी करते हुए दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था।
ये है मामला
तीनों युवक आपस मे दोस्त थे और जूते बनाने का काम करते थे। तीन मार्च को राहुल बंगलुरू में जूतियों की प्रदर्शनी के बाद वापस पटियाला पहुंचा था। 9 मार्च को बंटी व विनय उसे बाइक पर अपने साथ ले गए, ताकि पार्टी कर सके। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा तो दस मार्च को उसकी तलाश शुरू कर दी लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। बंटी से सख्ती से पूछा तो उसने कहा कि राहुल कॉलोनी में एक बिल्डिंग की बेसमेंट में जख्मी पड़ा है, जिसके बाद मौके पर पहुंचे परिवार वालों ने राहुल को राजिदरा अस्पताल में दाखिल करवाया, जहां डाक्टरों ने उसे पीजीआइ रैफर कर दिया। करीब दो हफ्ते के बाद राहुल की मौत हुई तो पुलिस ने दोनों आरोपित गिरफ्तार कर लिए। आरोपितों ने बताया कि घटना वाली रात को राहुल को शराब की बोतल खरीदने के लिए पैसे देकर भेजा था। तीनों ने मिलकर शराब पी और राहुल से शराब खरीदने के बाद बाकी बचे पैसे लौटाने को कहा। राहुल आनाकानी करने लगा तो बंटी ने उसे गालियां निकालनी शुरू कर दी क्योंकि राहुल ने पहले भी बंटी के पैसे नहीं लौटाए थे। इस बात को लेकर एक महीने पहले भी झगड़ा हो चुका था। जिसके बाद बंटी व विनय ने मिलकर राहुल की पिटाई कर दी और जख्मी हालत में उसे छोड़कर फरार हो गए थे।