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अपर प्राइमरी स्मार्ट स्कूल में पटियाला सूबे में नंबर वन

राज्य के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने में पटियाला जिला ने राज्यभर के सभी जिलों को पीछे छोड़ पहला स्थान हासिल किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 12:22 AM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 06:06 AM (IST)
अपर प्राइमरी स्मार्ट स्कूल में पटियाला सूबे में नंबर वन
अपर प्राइमरी स्मार्ट स्कूल में पटियाला सूबे में नंबर वन

जागरण संवाददाता, पटियाला : राज्य के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने में पटियाला जिला ने राज्यभर के सभी जिलों को पीछे छोड़ पहला स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि के लिए सरकारी ग्रांट से ज्यादा स्कूल स्टाफ ने प्रयास किए हैं। क्योंकि सरकार ने जिले के केवल 21 स्कूलों को विकास के लिए 10-10 लाख रुपये की ग्रांट जारी की है, जबकि 355 स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए प्रयास स्कूल स्टाफ ने किए हैं। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी कुलभूषण सिंह बाजवा ने भी जिले के स्कूलों में तैनात स्टाफ को बधाई दी। उन्होंने बताया कि 376 अपर प्राइमरी स्कूलों को स्मार्ट बनाने के साथ पटियाला पंजाब का पहला अपर प्राइमरी सरकारी स्मार्ट स्कूलों वाला जिला बन गया है। इसमें 173 मिडिल, 94 हाई और 109 सीनियर सेकेंडरी स्कूल शामिल हैं। इसके अलावा स्कूल में क्वालिटी एजुकेशन के चलते पिछले एक साल दौरान जिले के स्कूलों में 10 हजार विद्यार्थियों की गिनती बढ़ने का भी जिला शिक्षा अधिकारी ने दावा किया है। 31 मार्च तक 10 जिलों के सरकारी स्कूल बन जाएंगे स्मार्ट

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लुधियाना, अमृतसर, मोगा, मानसा, फाजिल्का, बरनाला, मुक्तसर साहिब, रोपड़ और गुरदासपुर की डीईओ सेकेंडरी व एलिमेंट्री ने 31 मार्च 2020 तक अपने जिले के सभी सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए प्रयास जारी है। जल्द ही जिला के एलिमेंट्री स्कूल भी स्मार्ट हो जाएंगे। स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए तय पैरामीटर

स्कूल के मेन गेट को सुंदर व आकर्षक बनाना, स्कूल को रंग रोगन, स्मार्ट क्लासरूम, ई-कंटेंट को अपनाना, बिल्डिग पर पढ़ाई शिक्षण सामग्री के चित्र बनाना, एलसीडी, साफ बाथरूम, साफ पानी की सहूलियत, फर्नीचर, बढि़या साउंड सिस्टम, क्लास में ग्रीन बोर्ड, साइन बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, पार्क, ग्राउंड, साइंस पार्क, मैथ पार्क, एसएस पार्क, डस्टबिन, आइकार्ड, वर्दी, सीसीटीवी कैमरे, सोलर सिस्टम, स्कूलों की बाहरी चारदिवारी पर रंग रोगन, आधुनिक साइंस लैब शामिल हैं। अब विभाग ने स्कूलों के 26 पैरामीटरों को बढ़ाकर 30 कर दिया है। स्कूल स्टाफ और मुखियों की मेहनत लाई रंग : डीईओ

जिला शिक्षा अधिकारी कुलभूषण सिंह बाजवा ने बताया कि लगभग पिछले एक साल से शिक्षा विभाग के समूह अधिकारियों और कर्मचारियों ने मेहनत के सरकारी स्कूलों का स्थिति बदली है। सरकारी स्कूलों की इतने कम समय में बदली तस्वीर ने पूरे देश का ध्यान अपनी तरफ केंद्रित किया है। स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब की तरफ से स्कूलों को स्मार्ट बनाने के लिए जारी किये गए मापदंडों को जल्द पूरा करन के लिए पंजाब के सभी स्कूल दिन रात प्रयत्नशील हैं। जिला भर के स्मार्ट सरकारी स्कूलों की परफॉर्मेंस ने इलाके निवासियों का भी अपनी ओर खींचा है, जिसके चलते स्कूलों में विद्यार्थियों की गिनती भी बढ़ी है।


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